Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral
नई दिल्ली: इन दिनों जातीय हिंसा की आग में सुलग रहे मणिपुर(Manipur-Violence)से अब एक बेहद ही घिनौना,घृणित वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दो आदिवासी,असहाय महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है और दोनों के साथ सामूहिक बलात्कार भी किया गया(Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral)है।
इस वीडियो के सोशल मीडिया(Social Media)में तेजी से वायरल होने पर मणिपुर के पहाड़ी इलाकों सहित सोशल मीडिया पर भी देशभर के यूजर्स का आक्रोश फूट पड़ा है और भारतीय मीडिया द्वारा इतनी घृणित घटना पर चुप्पी साधने को लेकर लोग खासे गुस्से में है।
वायरल वीडियो को चार मई का है और जिन दो महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है,वह कुकी समुदाय से है और दोनों असहाय महिलाएं रो रही है,चीख रही है,मदद की गुहार लगा रही है लेकिन अपनी हैवानियत का परिचय देने वाले सैंकड़ों आरोपी पुरुष जोकि मैतई समुदाय से है,उन्हें सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र कर रहे(Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral) है।
प्राप्त रिपोर्ट्स के मुताबिक,आदिवासी संगठन ने आरोप लगाया है कि इन दोनों महिलाओं से खेत में सामूहिक बलात्कार भी किया गया है।
इसके बाद वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया (Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral)गया।
वीडियो वायरल होते ही मणिपुर हिंसा में और उबाल आ गया है और आदिवासी संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरन ने दोषियो के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कुकी समुदाय की इन दोनों महिलाओं के साथ हैवानियत का जो नंगा नाच किया गया,वो घटना कैमरा पर रिकॉर्ड होने के एक दिन पहले ही मणिपुर में हिंसा(Manipur Violence)शुरू हुई थी।
महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई गई
वायरल वीडियो इतना खौफनाक है कि यकीन नहीं हो रहा कि यह सब 21वीं सदी के भारत में हो रहा है।
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम(ILTF)के मुताबिक यह घटना राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में 4 मई को हुई।
वहीं इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है।
इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मैतई समुदाय के बहुसंख्यक पुरुष असहाय कुकी समुदाय की महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स छू रहे है और उन्हें नग्न करके परेड करा रहे है।
महिलाएं रो रही है…छोड़ने की गुहार लगा रही है…लेकिन हैवान बने पुरुष न केवल इन दोनों महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमा रहे है बल्कि उन्हें थप्पड़ भी मार रहे है।
इस शर्मनाक,घृणित घटना पर कुकी संगठन ILTF ने कहा है कि दोनों पीड़ित महिलाएं कुकी समुदाय से है और आरोपी पुरुष मैतई समुदाय के है।
संगठन का दावा है कि दोनों महिलाओं को न सिर्फ नग्न करके परेड कराई गई है बल्कि पुरुषों ने उनका खेल में सामूहिक बलात्कार भी किया है।
ILTF ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील की है।
संगठन ने कहा है कि “दोनों निर्दोष,असहाय महिलाओं के साथ हैवानियत करके उसका वीडियो सोशल मीडिया पर अपराधियों द्वारा वायरल करके उनके उत्पीड़न को और ज्यादा बढ़ाया गया है।
यह वीडियो दोनों पीड़िताओं की पहचान को उजागर करता है”
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वहीं कुकी समुदाय गुरुवार को चुरचांदपुर में प्रस्तावित विरोध मार्च के दौरान इस मुद्दे को भी उठाने की योजना बना रहे हैं।
मणिपुर पुलिस का अब आया बयान
मणिपुर हिंसा के दौरान वायरल हुए इस वीडियो पर मणिपुर पुलिस ने अब जाकर संज्ञान लिया है और कहा है कि महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार का यह वीडियो चार मई 2023 का(Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral) है।
जिसमें अज्ञात हथियारबंद बदमाशों द्वारा 2 महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है। यह वीडियो अभी हमारे संज्ञान में आया है।
इस बाबत हथियारबंद आरोपियों के खिलाफ नोंगपोक सेकमाई पीएस(थौबल जिला) में सामूहिक बलात्कार,अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया गया है। जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
वीडियो वायरल होने बाद सोशल मीडिया पर राजनीतिक नेता और लोग खासे दुख और गुस्से में है और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे(Manipur-Violence-2-women-paraded-naked- publicly-gang-raped-video-viral) है।
डेढ़ महीने से जातीय संघर्ष की आग में झुलस रहा है मणिपुर
पिछले करीब डेढ़ महीने से जातीय संघर्ष की आग में जल रहे मणिपुर में प्रतिबंधित आतंकी समूह फिर से सिर उठा सकते हैं क्योंकि युद्धरत समुदायों के पास छह लाख से अधिक गोलियां और लगभग 3,000 हथियार अब भी हैं। अधिकारियों और विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी है।
अधिकारियों ने कहा कि मई में पुलिस के शस्त्रागार से लापता हथियारों में .303 राइफलें, मीडियम मशीन गन (एमएमजी) और एके असॉल्ट राइफलें, कार्बाइन, इंसास लाइट मशीन गन (एलएमजी), इंसास राइफल, एम-16 और एमपी5 राइफलें थीं।
इनके अलावा, 3 मई से पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों पर किए गए हमलों के दौरान लगभग 6 लाख गोलियां गायब पाई गईं। इन हमलों में अब तक 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि लगभग 4,537 हथियार और 6.32 लाख गोला-बारूद मुख्य रूप से पूर्वी इंफाल के पांगेई में मणिपुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (एमटीपीसी), 7वीं इंडिया रिजर्व बटालियन और 8वीं मणिपुर राइफल्स, से गायब हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, चुराए गए हथियारों में से 2,900 घातक श्रेणी के थे, जबकि अन्य में आंसूगैस और मिनी फ्लेयर बंदूकें शामिल थीं।
विशेषज्ञों ने कहा, मौजूदा संघर्ष की वजह से लगभग निष्क्रिय हो चुके प्रतिबंधित आतंकी संगठनों ने फिर सक्रिय हो गए हैं, जिनमें यूनाइटेड नेशनल लिब्रेशन फ्रंट (यूएनएलएफ), पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए), कांग्लेई यावोल,कांग्बा लूप (केवाईकएल) और पीपुलस रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांग्लेईपाक (पीआरईपीएके) हैं।