Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today-एक वक्त पूरे उत्तर प्रदेश को अपनी दहशत की ज़द में रखने वाले 60 वर्षीय बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की गुरुवार,28 मार्च 2024 को अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो(Mukhtar-Ansari-Death)गई।
इस बात का खुलासा उनकी शुरुआती पोस्टपार्टम रिपोर्ट(Mukhtar Ansari postmortem)से हुआ है। मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के दो आदेश दिए गए है।
आज,शनिवार,30 मार्च को माफिया टर्न नेता अंसारी के शव को सुबह 10 बजे दफनाया(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)जाएगा।
इस बात की जानकारी उनके भतीजे और समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party)के विधायक मोहम्मद सुहैब अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी।
उन्होंने लिखा कि ‘चाचा मुख्तार अंसारी(Mukhtar Ansari)का कल रात इंतकाल हो गया था और शनिवार सुबह 10 बजे यूसूफपुर मोहम्मदाबाद (गाज़ीपुर) के कालीबाग कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)जायेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सबसे गुज़ारिश है कि मरहूम की मगफिरत के लिए दुआ करें।’’उन्होंने कहा, ‘‘आप सबसे गुज़ारिश है कि मरहूम की मगफिरत के लिए दुआ करें।’’
आपको बता दें कि गुरुवार को बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी।
शुक्रवार को उनके शव का पोस्टमार्टम बांदा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के एक ग्रुप ने किया और पोस्टमार्ट्म रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि मुख्तार अंसारी मौत की वजह हार्ट अटैक(Mukhtar Ansari died due to heart attack)है।
हालांकि अंसारी के बेटे और परिजन इस बात को शुरू से ही झुठला रहे है और उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन पर आरोप लगा रहे है कि मुख्तार अंसारी को धीमा ज़हर दिया जा रहा था।
इसलिए उनकी मौत की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत के जांच के दो आदेश
अब शुक्रवार देर रात खबर आई कि मुख्तार अंसारी की मौत की दो न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)है।
एक न्यायपालिका द्वारा और दूसरा बांदा जिला मजिस्ट्रेट द्वारा – यहां तक कि गैंगस्टर से नेता बने बेटे उमर ने भी अपना आरोप दोहराया कि धीमे ज़हर और डॉक्टरी लापरवाही ने उनके पिता की जान ले ली।
इससे पूर्व बांदा के मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्ट्म होने के बाद मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है।
शव यात्रा के दौरान, मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हैं तथा लोग मुख्तार के शव का इंतजार कर रहे हैं।
बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज से पोस्टमॉर्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अंसारी के शव को उनके पैतृक निवास स्थान पर लाया जा रहा है।
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत से जहां एक वर्ग खुशी से झूम रहा है तो वहीं दूसरे वर्ग में मातम पसरा है। किसी के लिए वह माफिया डॉन थे तो कुछ लोगों के लिए मसीहा थे।
खैर,अब बस कुछ ही देर में सुबह की नमाज़ के बाद मुख्तार अंसारी के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया (Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)जाएगा।
यूपी की योगी सरकार ने मुख्तार अंसारी मौत मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए है। उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh)सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि तीन सदस्यीय समिति मौत की जांच करेगी।
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया है कि उनके पिता को जेल में धीमा ज़हर दिया गया।
अंसारी को उल्टी और बेहोशी की हालत में तकरीबन 8:25 बजे बांदा जेल में हार्ट अटैक के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरोंं ने मृत घोषित कर((Mukhtar-Ansari-Death)दिया।
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर ने लगाया धीमा ज़हर देने का आरोप
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे उमर ने उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन पर उनके पिता मुख्तार अंसारी को धीमा ज़हर देकर मारने के आरोप लगाए है और अब इन आरोपों के लिए जांच भी शुरू हो गई(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)है।
आरोप है कि अंसारी को भोजन में धीमा ज़हर दिया जा रहा था,जिसके विषय में खुद बाहुबली नेता ने लिखकर कोर्ट को सूचित किया था।
कथित ज़हरीले भोजन को लेकर उनके वकील सुमन ने बाराबंकी अदालत में याचिका दायर की। अंसारी की ‘मृत्युपूर्व घोषणा’ याचिका में 40 दिनों तक जहर देने, उसकी जान जोखिम में डालने का विवरण है।
न्यायिक हिरासत में किसी दोषी की असामान्य मौत के मामले में दोनों जांच मानक संचालन प्रक्रिया हैं।
उमर का आरोप उस दिन आया जब अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने उसी कोर्ट के समक्ष मुख्तार अंसारी की 21 मार्च की याचिका को ‘मृत्युपूर्व घोषणा’ मानते हुए एफआईआर दर्ज करने के लिए बाराबंकी एमपी/एमएलए अदालत में एक याचिका दायर की।
अंसारी ने आरोप लगाया था कि बांदा जेल में उन्हें जहर मिला हुआ खाना दिया गया था। उन्होंने मऊ में एमपी/एमएलए कोर्ट में भी ऐसी ही याचिका दायर की थी।
अंसारी ने कहा था कि 19 मार्च को रात का खाना खाने के बाद वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें लगभग 40 दिनों तक धीमा जहर दिया जा रहा था, जिसके परिणामस्वरूप उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब हो गई और उनकी जान को खतरा हो गया।
आज शनिवार, 30 मार्च को मुख्तार अंसारी के शव को दफनाया जाएगा। इसके लिए कब्र भी खोद ली गई(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)है।
वहीं इस सबके बीच, मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हैं तथा लोग मुख्तार के शव का इंतजार कर रहे हैं।
बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज से पोस्टमॉर्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच माफिया मुख्तार अंसारी का शव लेकर 26 गाड़ियों का काफिला शाम पौने पांच बजे गाजीपुर के लिए रवाना हो गया।
काफिला रात करीब नौ बजे कौशांबी को पार कर गया था और आधी रात के बाद उसके गाजीपुर पहुंचने की उम्मीद है।
इस काफिले में मौजूद मुख्तार के वकील नसीम हैदर ने बताया कि अंसारी का शव उसके छोटे बेटे उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों के सुपुर्द किया गया।
सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अधिकारियों की 24 गाड़ियां काफिले में हैं और दो गाड़ियां अंसारी के परिवार की हैं।
मुख्तार के शव का पोस्टमॉर्टम बांदा में किया गया जो मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) से लगभग 400 किलोमीटर दूर है और शव को फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज, भदोही तथा वाराणसी आदि जिले के रास्ते उसके पैतृक निवास ले जाया जाएगा।
अंसारी के शव को दफनाने के लिए उसके पैतृक स्थान पर काली बाग स्थित पारिवारिक कब्रिस्तान में गड्ढा खोदा गया(Mukhtar-Ansari-Death-probe-ordered-will-be-buried-today)है और अंतिम संस्कार का समय शव को लाए जाने के बाद तय किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि अंसारी के माता-पिता की कब्रें उसी कब्रिस्तान में हैं।
इस बीच, गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलो ने मुख्तार अंसारी की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
कौन था मुख्तार अंसारी,कैसे बना बाहुबली से नेता-Who was Mukhtar Ansari
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 3 जून 1963 को हुआ था। उसके पिता का नाम सुबाहउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था।
गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे।
मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र दिया गया था।
जबकि मुख्तार अंसारी के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी गाजीपुर की राजनीति में सक्रिय रहे थे। उनकी बेहद साफ-सुथरी छवि रही है।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में तो मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं।
मुख्तार ने अपराध की दुनिया में ऐसे रखा था कदम
उसके खिलाफ 61 आपराधिक मामले दर्ज थे। इनमें से 15 हत्या के मामले थे। 1980 के दौर में जब पूर्वांचल में विकास के काम हो रहे थे, तब वहां के लोकल गैंग्स में ठेके लेने की होड़ थी।
उस वक्त मुख्तार अंसारी मखानू सिंह गैंग में था। इस गैंग की दुश्मनी साहिब सिंह गैंग से चल रही थी। साहिब सिंह गैंग के लिए गैंगस्टर ब्रजेश सिंह काम कर रहा था।
90 के दशक में अंसारी ने बनाया अपना गैंग
1990 के दशक में मुख्तार अंसारी ने अपना गैंग बना लिया। उसने कोयला खनन, रेलवे जैसे कामों में 100 करोड़ का कारोबार खड़ा कर लिया।
फिर वो गुंडा टैक्स ,जबरन वसूली और अपहरण के धंधे में भी आ गया। उसका सिंडिकेट मऊ, गाजीपुर, बनारस और जौनपुर में एक्टिव था।
पूर्वांचल में उस वक्त दो बड़े गैंग थे ब्रजेश सिंह और मुख्तार अंसारी गैंग। दोनों एक दूसरे के दुश्मन हो गए।
मुख्तार के काफिले पर ब्रजेश सिंह ने कराया था हमला
मुन्ना बजरंगी भी मुख्तार के गैंग में शामिल था। 2002 में ब्रजेश सिंह ने मुख्तार के काफिले पर हमला करवाया। इसमें मुख्तार अंसारी के 3 गुर्गे मारे गए।
इस घटना में ब्रजेश सिंह भी बुरी तरह घायल हो गया। 2005 में बीजेपी एमएलए कृष्णानंद राय की हत्या करवा दी गई। इस हमले में कृष्णानंद राय के साथ उनके 6 लोग भी मारे गए।
ये हमला AK-47 से हुआ और करीब 400 राउंड फायरिंग हुई। मृतकों के शरीर से 67 कारतूस बरामद हुए।
कृष्णानंद राय की हत्या के वक्त मुख्तार अंसारी जेल में थे। उन्होंने जेल में रहते हुए ये हत्या करवाई, क्योंकि ब्रजेश सिंह ने बीजेपी एमएलए कृष्णानंद राय का सपोर्ट किया था। 2002 में कृष्णानंद राय ने मुख्तार अंसारी को विधानसभा चुनाव में हराया था।
इन केसों में हुई थी सजा
2006 में कृष्णानंद राय की हत्या के एक प्रमुख गवाह शशिकांत की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। 2004 में डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने मुख्तार अंसारी के ठिकाने से लाइट मशीन गन बरामद की थी।
उनके खिलाफ POTA के तहत केस दर्ज किया गया था। 2012 में संगठित गैंग चलाने के चलते अंसारी पर मकोका के तहत केस दर्ज किया गया।
अप्रैल 2023 में बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या के आरोप में उसे 10 साल की सजा हुई। 13 मार्च 2024 को एक आर्म्स लाइसेंस केस में अंसारी को उम्रकैद की सजा हुई।
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(इनपुट एजेंसियो से भी)