पीएम मोदी ने UAE के अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया,जानें खासियत

पीएम मोदी ने यूएई में पहले हिंदू पत्थर के मंदिर का उद्घाटन किया(PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)है। इस मंदिर में सभी भगवानों की मूर्तियों के लिए पत्थर भारतीय राज्यों से लाएं गएं है।

नई दिल्ली:PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यूएई(PM Modi UAE Visit)यात्रा पर है।

आज यानि बुधवार,14 फरवरी 2024 को पीएम मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात(UAE)के अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्धाटन(PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)किया।

लोकसभा चुनाव 2024(LokSabha Election 2024) से कुछ ही समय पहले यूएई में पीएम मोदी(PM Modi) की यात्रा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण है।

अपनी यूएई यात्रा के दूसरे दिन,पीएम मोदी ने अबू धाबी में बीएपीएस के पहले हिंदू मंदिर का अनावरण (PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)

किया। इस दौरान 42 देशों के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

अब अरब की जमीन पर पहले बीएपीएस हिंदू मंदिर(BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi) का उद्धाटन पीएम मोदी ने किया है।

इस दौरान मोदी ने पंडितों सहित मंदिर में स्वामीथन भगवान की पूजा-आरती की गई और भगवान जगन्नाथ,विष्णु जी सहित सभी भगवानों के मंत्रोउच्चारण किे गए।

पीएम मोदी ने आबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्धाटन किया

इससे पहले अबू धाबी में सुबह पहले हिंदू मंदिर में भगवान की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। मोदी शाम की आरती में शामिल हुए। इस मंदिर के निर्माण कार्य में तकरीबन 700 करोड़ रुपए ख़र्च हुए है। 

बीएपीएस मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख ज़ायद हाईवे पर बनाया गया है।मंदिर को बनाने में करीब 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है।

इसलिए कह सकते है कि आज बुधवार 14 फरवरी 2024 को अबू धाबी में पहले बीएपीएस मंदिर का उद्धाटन किया गया(PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)है।

इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ,श्री राम,राधा-कृष्ण सहित अन्य ईश्वर की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। बीएपीएस भी हिंदू संप्रदाय का ही एक अंग है।

आबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्धाटन

मंदिर की भव्यता को और बढ़ाने के लिए इसमें संगमरमर का प्रयोग किया गया है।इस मंदिर में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के सात अमीरातों का प्रतिनिधित्व करने वाले सात शिखर हैं।

ऊंटों की नक्काशी की गयी है और यूएई की राष्ट्रीय पक्षी बाज को भी उकेरा गया है। मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा बुधवार सुबह शुरू हुई। प्रधानमंत्री मोदी शाम को भव्य मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल(PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)हुए।

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीएपीएस(BAPS)हिंदू मंदिर के परिसर में पहुंच गए हैं।

अबू धाबी में हिंदू मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के बाद वह अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण के लिए दोहा जाएंगे।

मंगलवार को अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में भारतीय प्रवासियों के लिए ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रधान मंत्री ने शहर में बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था(Bochasanwasi Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha) हिंदू मंदिर के उद्घाटन का भी उल्लेख किया।

UAE के अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर की क्या है खासियत ? 

 

-पीएम मोदी ने यूएई में पहले हिंदू पत्थर के मंदिर का उद्घाटन किया(PM-Modi-inaugurates-Abu-Dhabis-first-Hindu-temple-in-UAE)है।

इस मंदिर में सभी भगवानों की मूर्तियों के लिए पत्थर भारतीय राज्यों से लाएं गएं है।

जैसे जगन्नाथ पुरी लाएं गए पत्थरों से भगवान जगन्नाथ की मूर्तियों को बनाया गया है। बालाजी की मूर्ति के लिए तिरूपति बालाजी के यहां के पत्थर लाएं गए है।

-मंदिर में 402 खंभे हैं। 25,000 पत्थर के टुकड़ों का उपयोग किया गया है। मंदिर तक जाने वाले रास्ते के चारों ओर 96 घंटियाँ और गौमुख स्थापित किए गए हैं।

-मंदिर में नैनो टाइल्स का इस्तेमाल किया गया है, जो गर्मी में भी पर्यटकों के लिए चलने में आरामदायक होगी। मंदिर में किसी भी प्रकार की लौह सामग्री का उपयोग नहीं किया गया है।

-मंदिर में गोलाकार, षटकोणीय जैसे विभिन्न प्रकार के खंभे बनाए गए हैं। 

 

मुस्लिम राजा ने दी है जमीन
एक मुस्लिम राजा ने एक हिंदू मंदिर के लिए भूमि दान की। इस मंदिर के चीफ आर्किटेक्ट कैथोलिक ईसाई, प्रोजेक्ट मैनेजर एक सिख, फाउंडेशनल डिजाइनर एक बौद्ध, कंस्ट्रक्शन कंपनी एक पारसी ग्रुप है और डायरेक्टर जैन धर्म से ताल्लुक रखते हैं।

 

मंदिर में सात शिखर बनाए गए हैं
मंदिर में सात शिखर बनाए गए हैं इन पर भगवान राम, भगवान शिव, भगवान जगन्नाथ, भगवान कृष्ण, भगवान स्वामीनारायण, तिरूपति बालाजी और भगवान अयप्पा की मूर्तियां हैं।

सात शिखर संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं।

मंदिर में रामायण और महाभारत सहित भारत की 15 कहानियों के अलावा माया, एजटेक, मिस्र, अरबी, यूरोपीय, चीनी और अफ्रीकी सभ्यताओं की कहानियों को भी दर्शाया गया है। मंदिर में ‘शांति का गुंबद’ और ‘सौहार्द का गुंबद’ भी बनाया गया है।

 

 

108 फुट ऊंचा है मंदिर
कुल 108 फुट ऊंचा यह मंदिर क्षेत्र में विविध समुदायों के सांस्कृतिक एकीकरण का मार्ग प्रशस्त करेगा। मेजबान देश को समान प्रतिनिधित्व देने के लिए भारतीय पौराणिक कथाओं में हाथी, ऊंट और शेर जैसे महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले जानवरों के साथ-साथ यूएई के राष्ट्रीय पक्षी बाज को भी मंदिर के डिजाइन में शामिल किया गया है।

प्रतिष्ठित पत्थर का मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास अबू मुरीखा में स्थित है।

 

शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का मंदिर के निर्माण में है बड़ा योगदान
मंदिर संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की ओर से डोनेट की गई जमीन पर बनाया गया है।

2015 में उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में पहले मंदिर के निर्माण के लिए 13.5 एकड़ जमीन दान की थी और साल 2019 में, उन्होंने अतिरिक्त 13.5 एकड़ जमीन गिफ्ट की।  

BAPS हिंदू मंदिर की नींव अप्रैल 2019 में रखी गई थी और इसका निर्माण उसी साल दिसंबर में शुरू हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर के निर्माण की लागत करीब 400 मिलियन संयुक्त अरब अमीरात दिरहम है।

 

PM मोदी की यूएई यात्रा की पहले दिन की मुख्य झलकियाँ:PM Modi UAE Visit

-मंगलवार को हवाईअड्डे पर पहुंचने पर पीएम मोदी का यूएई के राष्ट्रपति अल नाहयान ने गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्होंने हाथ मिलाकर और गले मिलकर एक-दूसरे का स्वागत किया।

-यह 2015 के बाद से मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की सातवीं यात्रा है, और पिछले आठ महीनों में तीसरी यात्रा है।

-पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंगलवार को बातचीत की और कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान देखा।

-हजारों भारतीय प्रवासी सदस्यों ने पीएम मोदी का स्वागत किया तो स्टेडियम ‘मोदी-मोदी’ के जयकारों से गूंज उठा।

-पीएम मोदी ने बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत की मान्यता और डिजिटल इंडिया की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि दुनिया भारत को एक वैश्विक मित्र के रूप में देखती है।

-भारत और यूएई(India-UAE के बीच मजबूत संबंधों पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने पिछले दशक में देश की अपनी लगातार यात्राओं का उल्लेख किया और दुबई में एक नए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कार्यालय की आगामी स्थापना की घोषणा की।

विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में सहयोग, दोनों देशों के राष्ट्रीय अभिलेखागार के बीच एक प्रोटोकॉल, विरासत और संग्रहालयों में सहयोग, और UPI (भारत) और एएनआई (यूएई) जैसे भुगतान प्लेटफार्मों के साथ-साथ घरेलू डेबिट/RuPay (भारत) और जयवान (UAE) जैसे क्रेडिट कार्ड। पर समझौते शामिल हैं।

 

 

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Varsa: वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।