राजनीति

Rajasthan-राजे का राज ख़त्म, मोदी के ‘भजन’ बने CM

राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा जो पहलीबार विधायक बने है उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया.

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Rajasthan New Chief-Minister BhajanLalSharma 

जयपुर/नईं दिल्ली (समयधारा) : बीजेपी ने एक बार फिर सभी को चौका दिया l 

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहा सस्पेंस मंगलवार की शाम खत्म हो गया।

वसुंधरा राजे ने पर्ची खोली और भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा के नाम का ऐलान कर दिया।  

इससे पहले पार्टी के प्रर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय की मौजूदगी में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई।

इस बैठक में वसुंधरा राजे ने राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा।

फिर सर्वसम्मति से भजनलाल शर्मा के रूप में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया गया।

यहाँ यह बताना भी जरुरी है कि बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में भजन लाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ही रखा।

उनके नाम के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से सभी विधायकों ने मानते हुए उन्हें अपना नेता चुन लिया।

इसके साथ ही भजन लाल शर्मा राजस्थान के 14वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। भजन लाल शर्मा पहली बार सांगानेर से चुनाव मैदान में उतारे थे और जीत दर्ज की।

प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे भजनलाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले हैं। वो संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं।

Rajasthan New Chief-Minister BhajanLalSharma 

वे प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्य करते रहे हैं। बीजेपी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया।

मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर भजनलाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था। 

गौरतलब है की बीजेपी अगर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का फार्मूला राजस्थान में अपनाती है तो यहां वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री की रेस से बाहर होती नजर आई थीं।

भले ही अब तक वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री की प्रबल दावेदार मानी जाती रही थीं लेकिन अब राजे के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं काफी कम हो गई थीं।

जिस तरह से बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में पुराने चेहरों को बदला। ऐसे में राजस्थान में चेहरा बदले जाने की पूरी संभावना थी।

यह संभावना इसलिए भी मजबूत मानी जा रही थी कि पूर्व में दो बार जब राजे को मुख्यमंत्री बनाया गया था तो

उनका नाम पहले ही मुख्यमंत्री के रूप में घोषित करके चुनाव लड़ा गया था। इस बार बिना किसी सीएम फेस के चुनाव लड़ा गया।

छत्तीसगढ़ में आदिवासी और मध्य प्रदेश में ओबीसी वर्ग के नेता को सीएम बनाया गया है।

ऐसे में अब प्रबल संभावनाएं बन गई है कि राजस्थान का मुख्यमंत्री सामान्य वर्ग से होना तय माना जा रहा था।

यानी ब्राह्मण, वैश्य या राजपूत समाज के किसी नेता को राजस्थान की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती थी।
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में पुरुष मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। ऐसे में राजस्थान में महिला मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावनाएं भी ज्यादा बढ़ गई थी।
Rajasthan New Chief-Minister BhajanLalSharma
बीजेपी विधायक दल की बैठक मंगलवार 12 दिसंबर को शाम 4 बजे बीजेपी मुख्यालय में बुलाई गई।

बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सह पर्यवेक्षक के तौर पर सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।

 

राजस्थान में बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए सांगानेर से पहली बार बीजेपी के विधायक बने भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया।

इसी के साथ राजस्थान की बीजेपी में अब ‘वसुंधरा युग समाप्त और नए अध्याय’ की शुरुआत हुई।

विधानसभा चुनाव को लेकर शुरू से ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को झटके पर झटके मिलते जा रहे थे।

बीजेपी ने इस चुनाव से पहले में उनको साइड लाइन करते हुए मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाया।

इसके अलावा उनके समर्थकों के टिकट भी काटे गए। जिससे सियासत में काफी हलचल मची।

इसके बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चा थी कि क्या वाकई में इस बार राजस्थान के नेतृत्व में बीजेपी बदलाव करेगी?

चर्चा यह भी है कि बीजेपी ने वसुंधरा को डबल झटका देकर भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया है।

अब समझने की कोशिश करते हैं कि वसुंधरा राजे को यह डबल झटका कैसे दिया गया?

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को डबल झटका देने के बाद भी बीजेपी यही नहीं रुकी।

उन्होंने विधायक दल की बैठक में फिर वसुंधरा को हैरान कर दिया।

राजनाथ सिंह ने नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव भी वसुंधरा राजे से ही रखवाया, ताकि पार्टी और राज्य में बीजेपी की एकता का ही सन्देश जाएं।

Rajasthan New Chief-Minister BhajanLalSharma 

इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा, वासुदेव देवनानी समेत कई विधायकों ने भी समर्थन किया।

कुल मिलाकर बीजेपी ने सीएम के नाम का प्रस्तावक बनाकर यह संकेत देने की कोशिश की है कि बीजेपी में सब काम सर्वसम्मति से हुआ है। पार्टी में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई विवाद नहीं है।

Radha Kashyap