राजस्थान सरकार गिराने को लेकर CM अशोक गहलोत ने PM मोदी को लिखा खत

पत्र में गहलोत ने यह भी लिखा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी के अन्‍य नेता और हमारी पार्टी के अति महत्‍वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं...

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत

Rajasthan political crisis update: CM Ashok Gehlot write a letter to PM Modi

जयपुर: राजस्थान की राजनीतिक जंग (Rajasthan political crisis update) में खासा तूफान मचा है। इसी दौरान अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि उनकी (अशोक गहलोत की) सरकार गिराने की कोशिश हो रही है।

अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खत में आरोप लगाया है कि ‘मेरी सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है।‘

उन्होंने खत में लिखा कि राज्यों में चुनी हुई सरकारों को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत हॉर्स ट्रेडिंग के माध्यम से गिराने के लिए कुत्सित प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा (CM Ashok Gehlot write a letter to PM Modi) है कि, ‘हमारे संविधान में बहुदलीय व्यवस्था के कारण राज्यों एवं केंद्र में अलग-अलग दलों की सरकारे चुनीं जाती रही है।

यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती ही है कि इन सरकारों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखते हुए काम किया है।’

अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने अपने खत में कहा है कि लोकतांत्रिक तरीकों से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए इतिहास कभी माफ नहीं करेगा।

गहलोत ने आगे लिखा है कि पूर्व पीएम राजीव गांधी (Former PM Rajiv Gandhi) की सरकार के द्वारा वर्ष 1985 में बनाए गए दलबदल निरोधक कानून और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा किए गए संशोधन की भावनाओं को जनहित को दरकिनार करके पिछले कुछ समय से लोकतांत्रित तरीके से चुनी गई राज्‍य सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है।

यह जनमत का घोर अपमान और संवैधानिक मूल्‍यों की खुली अवहेलना है। कर्नाटक और मध्‍य प्रदेश में हुए घटनाक्रम इसके उदाहरण हैं।

गहलोत ने लेटर में लिखा है, कोरोना संकट के बीच हमारी प्राथमिकता जनता की मदद करना हैं, लेकिन राज्य में चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश चल रही है, लेकिन हमारी सरकार सुशासन देते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी।

पत्र में गहलोत ने यह भी लिखा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी के अन्‍य नेता और हमारी पार्टी के अति महत्‍वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं।

इसमें से एक भंवर लाल शर्मा जैसे वरिष्‍ठ नेता ने स्‍वर्गीय भैंरोसिंह शेखावत सरकार को भी विधायकों की खरीद-फरोख्‍त करके गिराने का प्रयास किया था।

गौरतलब है कि दिसंबर 2018 में जब राजस्‍थान में कांग्रेस (Congress) की सरकार बनी थी तो अशोक गहलोत को राज्‍य का मुख्‍यमंत्री और सचिन पायलट (Sachin Pilot) को उप मुख्‍यमंत्री बनाया गया था।

इसके बाद से ही गहलोत और उनके ‘डिप्‍टी’ के रिश्‍तों में खटास बढ़ती जा रही थी

पायलट का मानना था कि राजस्‍थान कांग्रेस अध्‍यक्ष (Rajasthan Congress President) होने के नाते राज्‍य में सरकार बनाने में उनका अहम योगदान रहा है और वे सरकार का नेतृत्‍व करने के हकदार हैं।

दोनों खेमों के बीच तल्‍खी उस समय सार्वजनिक हो गई जब सचिन पायलट और उनके खेमे में करीब 30 विधायकों ने गहलोत के खिलाफ बगावती बिगुल फूंक दिया।

पायलट इस मांग के साथ दिल्ली पहुंचे कि उन्हें सीएम के रूप में पदोन्नत किया जाए और श्री गहलोत को बर्खास्त कर दिया जाए।

उन्होंने अपने साथ 30 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया था। कांग्रेस ने इस पर सख्‍त कार्रवाई करते हुए पायलट का उप मुख्‍यमंत्री और राज्‍य कांग्रेस प्रमुख पद से बर्खास्‍त कर दिया था।

यही नहीं, उनके समर्थक, राज्‍य सरकार के दो मंत्रियों को भी हटा दिया गया था।

Rajasthan political crisis update: CM Ashok Gehlot write a letter to PM Modi

(इनपुट एजेंसी से भी)

Radha Kashyap: