#Bihar Breaking-नीतीश कुमार की राज्यपाल से मुलाकात, मांझी का बयान ‘खेला होबे’

जीतन राम मांझी का ट्वीट : 'बंगला में कहते हैं खेला होबे, मगही में कहते हैं खेला होकतो, भोजपुरी में कहते हैं खेला होखी, बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं.

नीतीश कुमार की राज्यपाल से मुलाकात, मांझी का बयान 'खेला होबे' - बिहार.

Bihar Politics CM Nitish Kumar Governor Meet JitanRam Manjhi Tweet 

बिहार / नयी दिल्ली (समयधारा) : Bihar में इस समय सियासी हलचल तेज हो गईं है l 

बिहार के मुख्यमंत्री ने अचानक राज्यपाल से क़रीब 40 मिनट मुलाकात की l

इस मुलाकात से बिहार की राजनीति में नई सियासी कंपकंपी का आभास हो रहा है l 

वही नीतीश कुमार की और से राहुल की न्याय यात्रा में शामिल होने से इंकार कर दिया गया है l 

करीब आधे घंटे से ज्यादा दोनों ही नेताओं की ये मुलाकात हुई। नीतीश कुमार के साथ विजय कुमार चौधरी भी मौजूद हैं।

पहले एक सरकारी कार्यक्रम में नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव भी थे।

इस मुलाकात के बाद नीतीश कुमार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिले।

मंगलवार को अचानक हुई इस मुलाकात के बीच बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एक ट्वीट किया।

जिसे लेकर सूबे में अटकलों का बाजार गर्म हो गया। जीतनराम मांझी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा-

Bihar Politics CM Nitish Kumar Governor Meet JitanRam Manjhi Tweet 

‘बंगला में कहते हैं खेला होबे, मगही में कहते हैं खेला होकतो, भोजपुरी में कहते हैं खेला होखी, बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं।

जीतन राम मांझी के इस पोस्ट पर सूबे में सियासी पारा चढ़ गया। इसकी चर्चा इसलिए भी होने लगी

क्योंकि नीतीश कुमार इसी बीच अचानक राज्यपाल से मिलने लगे। जिसे लेकर कई तरह की सियासी अटकलें लगने लगी।

पूर्व सीएम मांझी ने इससे पहले 19 जनवरी को भी एक बिहार के सियासी हालात पर एक ट्वीट किया था।
उन्होंने कहा था कि ‘दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है।
राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है।
जो भी हो राज्यहित में होगा। जय बिहार। वही दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने सीक्रेट प्लान बनाया हैl

नीतीश कुमार ने बिहार में न सिर्फ सड़कों का जाल बिछाया, बल्कि बिजली-पानी और स्वास्थ्य-शिक्षा की सुविधाएं भी मुहैया कराई हैं।

जाति सर्वेक्षण जैसा दुरूह काम तो किया ही है। यह ऐसा काम था, जिसके बारे में दूसरे राज्य सोचते और योजना बनाते रह गए।

नीतीश ने न सिर्फ उसे कर दिखाया, बल्कि उसमें निकली जातियों की संख्या के अनुसार आरक्षण की सीमा भी बढ़ा दी।

नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक का दर्जा दिया। बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति का रिकार्ड बनाया।

Bihar Politics CM Nitish Kumar Governor Meet JitanRam Manjhi Tweet 

96 लाख गरीब परिवारों को अपनी जीविका के लिए उद्यम खड़ा करने में दो-दो लाख मदद की घोषणा की।

बर्खास्त हुईं आंगनबाड़ी सेविकाओं को बहाल किया। नीतीश की नीतियों की वजह से बिहार में गरीबी भी घटी है।

नीति आयोग के आंकड़े बिहार में गरीबी घटने का संकेत दे रहे हैं।

अगर काम को आधार बना कर वोट मिलते हैं तो नीतीश बिहार में सर्वाधिक वोट हासिल करने का पूरा बंदोबस्त कर चुके हैं।

(इनपुट NBT से भी )
Vinod Jain: