BMC की नई रणनीति कोरोना से दो-दो हाथ करने को मुंबईकर है तैयार

राज्यों में महाराष्ट्र-33,053 मरीजों के साथ अभी भी देश में नंबर एक की पोजीशन पर अभी बना हुआ है l मुंबई इस समय देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवाला शहर है।

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महाराष्ट्र : कोरोना का कहर देश भर में कम होने का बाम ही नहीं ले रहा l 

देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 96169 हो गयी है l इसमें से एक्टिव केस 56316 है l

महाराष्ट्र में एक दिन में रिकॉर्ड 2347 नए केस दर्ज हुए l

राज्यों में महाराष्ट्र-33,053 मरीजों के साथ अभी भी देश में नंबर एक की पोजीशन पर अभी बना हुआ है l

मुंबई इस समय देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवाला शहर है।

मुंबई महानगरपालिका कोरोना के कहर को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

अब इस वायरस के कहर को रोकने के लिए बीएमसी ने नई रणनीति बनाई है।

इसके तहत बीएमसी ने जांच रणनीति में बदलाव किया है। इसके मुताबिक मरीजों को जल्दी ही अस्पताल से डिस्चार्ज दिया जायेगा l 

और साथ ही निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों का उपचार करने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने के लिए कहा जायेगा।

बीएमसी के अधिकारियों ने महाराष्ट्र टाइम्स से कहा कि इस नई रणनीति से कोरोना के असर को कम करने में मदद मिलेगी।

मनपा वर्तमान में मेडिकल रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित परीक्षण नीति के अनुसार काम कर रहा है।

सर्दी, खांसी के रोगियों में लक्षण के अनुसार या जिन मरीजों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है उनका परीक्षण किया जाता है।

इसमें कोरोना संक्रमित रोगियों के रिश्तेदारों में लक्षण दिखाई देने पर उनका परीक्षण करना और सभी गर्भवती महिलाओं का परीक्षण करना भी शामिल है।

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इसके अलावा जो लोग कोरोनोवायरस संक्रमितों के संपर्क में आते हैं और उनकी कोमॉर्बिटी अधिक होती है,

ऐसे लोगों का 5 से 14 दिनों में एक बार परीक्षण किया जा सकता है और उन्हें अलग से रखा जा सकता है।

साथ ही, जिनका होम क्वारंटाइन पूरा हो चुका है, उनका परीक्षण नहीं किया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा,

जो रोगी कम जोखिम में हैं, उन्हें डिस्चार्ज करने के दौरान किसी भी परीक्षण से गुजरना नहीं होगा।

यदि रोगी को कोरोना का कोई लक्षण नहीं है और अस्पताल को बिस्तर की आवश्यकता है,

तो ऐसे संदिग्ध रोगियों को 10 दिनों के भीतर अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

कोरोना के मरीजों की जल्द जांच के लिए बीएमसी डोर टू डोर जा रहा है।

यह रोगियों के तत्काल आइसोलेशन के लिए महानगरपालिका का एक प्रयास है।

इस महीने के अंत तक मुंबई में कोरोना रोगियों की संख्या 30,000 को छूने की उम्मीद है।

इस संख्या को बढ़ने से रोकने के लिए, सात आईएएस अधिकारियों को मुंबई के सात जोन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को भी मुंबई बुलाया गया है ताकि पुलिस को आराम मिल सके और चौथे चरण के लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन हो सके।

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Radha Kashyap