Pune Fire in chemical factory 18 killed including 15 women
पुणे (समयधारा) : कोरोना का कहर कम हुआ तो अब आग का तांडव शुरू हो गया l
महाराष्ट्र में मुंबई के नजदीक पुणे में केमिकल फैक्ट्री जो की सैनेटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री कही जा रही है उसमे भीषण आग लग गयीl
इस आग में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों में 15 महिलाएं हैं।
यह आग पुणे से 40 किमी दूर उरवडे गांव स्थित SVS Aqua Technologies कंपनी में लगी l
यह कंपनी सैनिटाइजर का उत्पादन करने के साथ एयर, वाटर और सरफेस ट्रीटमेंट केमिकल का उत्पादन और सप्लाई करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के लिए दुख जाताया और उनके परिजनों को सांत्वना दी।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि आग लगने की वजह से लोगों की जान गई है इससे दुखी हूं, मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है।
घायल हुए लोगों के जल्द स्वास्थ्य होने की कामना करता हूं।
देश के प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने इस हादसे पर गहरा दुःख जताया है l
Pune Fire in chemical factory 18 killed including 15 women
उन्होंने एक ट्वीट में कहा पुणे की एक फैक्ट्री में आग लगने से श्रमिकों, ज्यादातर महिलाओं की मौत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को परिजनों के 2-2 लाख रुपये मुआवजा और घायलों तो 50,000 रुपये देने की घोषणा की है।
Pune Fire in chemical factory 18 killed including 15 women
वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक, आज शाम यह आग मसीन में ब्लास्ट होने के कारण लगी।
घटनास्थल पर दमकल की 5 गाड़ियां मौजूद है और आग पर काबू पा लिया गया है। राहत और बचाव दल के लोग फैक्ट्री में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं
और शवों का पता लगाने से साथ उन्हें बाहर निकाला जा रहा है।
आपतो बता दें कि इस फैक्ट्री में अधिकतर महिलाएं काम करती थीं। पुणे के सुप्रींटेंडेंट अभिनव देशमुख ने बताया कि पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर मौजूद है।
बचाव दल को फैक्ट्री के अंदर प्रवेश करने के लिए दोनों तरफ की दीवार को तोड़ना पड़ा।
उन्होंने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है। आग लगने के बाद अलग अलग तरह की गैस फैल गई है,
जिसके चलते आग बुझाने में दिक्कतें आईं लेकिन अब बुझा दिया गया है। मृतकों में अधिकतर मुलसी तालुका के रहने वाले स्थानीय लोग हैं।