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UP हाथरस हादसा-सत्संग में भगदड़ 150+ लोगों की मौत 140 से ज्यादा घायल

स्वयंभू बाबा के पैर छूने के कारण मची भगदड़, 18 साल की पुलिस सरकारी नौकरी छोड़ भोले बाबा बने

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उत्त्तर प्रदेश/हाथरस (समयधारा) : देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आज एक दर्दनाक हादसा हो गयाl 

सत्संग के दौरान मची भगदड़ से करीब 122 लोगों की मौत वही150 से ज्यादा लोग घायल हो गए l 

स्वयंभू बाबा के पैर छूने के कारण मची भगदड़, 18 साल की पुलिस सरकारी नौकरी छोड़ भोले बाबा बने

यह घटना हाथरस के रतिभानपुर में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ के दौरान हुई l 

 भीड़ में खड़े लोगों ने दावा किया कि यहां पर डॉक्टर न होने की वजह से भी कई लोगों की जान चली गई है।

सत्संग के दौरान हुए हादसे के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही से हादसा हुआ है।

अभी हालात ये हैं कि मौके पर बॉडी उठाने वाला कोई नहीं है। मृतकों की संख्या 200 के पार भी जा सकती है।

उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन ने एक रोड पर पुलिस की बैरिकेडिंग लगी थी। पुलिस ने उसे खुलवा दिया, जो रात को बंद कर दिया गया था।

जह वहां गाड़ियां आने लगीं तो लोग बचने के लिए इधर-उधर भागे। इससे भगदड़ मची और लोगों की मौत हुई

डीएम हाथरस आशीष पटेल ने बताया कि सत्संग के अंत में ज्यादा उमस के कारण ये घटना हुई है।

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अभी सभी घायलों को निकाल कर अस्पताल भेजा जा रहा है। स्थानीय सीएचसी से डॉक्टरों ने बताया है कि करीब 50 से 60 लोगों की मौत हुई है।

इसकी सत्संग की अनुमति एसडीएम के जरिए दी गई थी। ये एक प्राइवेट आयोजन था।

इसमें सुरक्षा के लिए व्यवस्था की गई थी। अंदर की व्यवस्था आयोजकों को करनी थी।

एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि मैंने एसडीएम से कहा कि तीन घंटे से लाइट नहीं है लेकिन कोई नहीं सुना। यहां न डॉक्टर हैं और न ऐंबुलेंस में कोई शव को उतारने वाला है।

एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि हादसे में कम से कम 100-150 लोगों की जान गई है। मौके पर सिर्फ एक डॉक्टर थे।

यहां न कोई दरोगा आया, न मंत्री और न एसपी। कोई नहीं है यहां। मरने वालों का आंकड़ा 200 पार जाएगा।

हाथरस की दुर्घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

साथ ही दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा गया है।

एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर हादसे के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।

साथ ही कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा जिन लोगों की हाथरस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
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मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।

 

समयधारा डेस्क