हाथरस/उत्तर प्रदेश : हाथरस सत्संग भगदड़ कांड में करीब 122 लोगों की मौत हो गयी, वही इस भगदड़ में करीब 150 से ज्यादा घायल लोग अस्पताल में भर्ती है l
सत्संग के पहली बार मामले को लेकर भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का बयान सामने आया है।
भोले बाबा ने बयान जारी करते हुए घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है और दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अभी सभी घायलों को निकाल कर अस्पताल भेजा जा रहा है। स्थानीय सीएचसी से डॉक्टरों ने बताया है कि करीब 50 से 60 लोगों की मौत हुई है।
इसकी सत्संग की अनुमति एसडीएम के जरिए दी गई थी। ये एक प्राइवेट आयोजन था।
इसमें सुरक्षा के लिए व्यवस्था की गई थी। अंदर की व्यवस्था आयोजकों को करनी थी।
एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि मैंने एसडीएम से कहा कि तीन घंटे से लाइट नहीं है लेकिन कोई नहीं सुना। यहां न डॉक्टर हैं और न ऐंबुलेंस में कोई शव को उतारने वाला है।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि हादसे में कम से कम 100-150 लोगों की जान गई है। मौके पर सिर्फ एक डॉक्टर थे।
यहां न कोई दरोगा आया, न मंत्री और न एसपी। कोई नहीं है यहां। मरने वालों का आंकड़ा 200 पार जाएगा।
हाथरस की दुर्घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा गया है।
एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर हादसे के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा जिन लोगों की हाथरस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।