शायरी

दर्द-दौलत शायरी : दर्द कितना खुशनसीब है ….जिसे पा कर लोग ….

.....अपनों को याद करते है, दौलत कितनी बदनसीब है जिसे पा कर लोग....

Share

dard-e-dil-shayri india latest-trending sayri

दर्द सबके एक है,
मगर हौंसले सबके अलग अलग है,
कोई हताश हो के बिखर गया
तो कोई संघर्ष करके निखर गया !

— – – – – – – – – –

ज़िन्दगी गुज़रने लगी है..
अब तो किश्तों पर..!

पचास ग्राम का मोबाइल..
भारी पड़ गया है..
सभी रिश्तो पर..

— – – – – – – – – – –

दर्द कितना खुशनसीब है जिसे
पा कर लोग अपनों को याद
करते है, दौलत कितनी
बदनसीब है जिसे पा कर लोग
अक्सर अपनों को भूल जाते है..

 

यह शायरीयां भी पढ़े : 

शायरी : मांगी हुई खुशियों से, किसका भला होता है, किस्मत में जो लिखा होता है…
शायरी : नफरतों में क्या रखा हैं .., मोहब्बत से जीना सीखो..,
दिल की बात : तेरा ख्याल भी हैं….क्या गजब….ना आए तो आफत….जो आ जाए तो कयामत…..
शायरी : जाने कौन सी शौहरत पर आदमी को नाज़ है….! जो खुद, आखरी सफर के लिए भी औरों का मोहताज़ है…!!
दिलवालों की शायरी : नजरअंदाजी शौक बडा़ था उनको हमने भी तोहफे में उनको..
मोहब्बत शायरी : ऐ मोहब्बत… तुम्हारे मुस्कुराने का असर मेरी सेहत
जिंदगी-शायरी : मिलो किसी से ऐसे कि ज़िन्दगी भर की पहचान बन जाये…..
शायरी : कल शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे….
मोहब्बत-शायरी : कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको….   
जिंदगी शायरी : अपने वजूद पे इतना तो यकीन है हमें कि 
(इनपुट सोशल मीडिया से )
dard-e-dil-shayri india latest-trending sayri

समयधारा डेस्क