शायरी – सोचा था आज तेरे सिवा कुछ और सोचूं…,

ishq shayari hindi sayari love shayaris shayri hi sayari teri aadat shayari  सोचा था आज तेरे सिवा कुछ और सोचूं, अभी तक इस सोच में हूँ, कि और क्या सोचूं…? HOLI शायरी : आँगन में होती तो हम गिरा भी देते, साहेब… कम्बख़्त आदमी ने “दीवार” दिल मे उठा रखी है आँगन में होती तो … Continue reading शायरी – सोचा था आज तेरे सिवा कुछ और सोचूं…,