ishq shayri mohabbat shayaris izzat shayari india ki shayari
चाय सी उबल रही है जिंदगी
हम भी
हर घूंट का मज़ा लिए जा रहे है
मत पढ़ा करो तुम
यूँ इस कदर मेरी शायरी को,
इश्क़ तुम कर बैठोगे
और इलज़ाम हम पे लग जायेगा …
ख़ुदा खुश हो जाए तो सरताज़ बना देता है…
और नाराज़ हो जाए तो मोहताज़ बना देता है..!
और मेरा खुदा मेरा इश्क मेरी मोहब्बत है…
मशरूफ रहने का अंदाज़
तुम्हे तनहा ना कर दे गालिब
रिश्ते फुर्सत के नहीं
तवज्जो के मोहताज़ होते है
कारवाँ ए जिंदगी
हसरतों के सिवा
कुछ भी नहीं
ishq shayri mohabbat shayaris izzat shayari india ki shayari
ये किया नहीं, वो हुआ नहीं
ये मिला नहीं, वो रहा नहीं..
दूरियाँ
तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में ,
कोरोना ने आकर
इल्ज़ाम अपने सर ले लिया ।
ishq shayri mohabbat shayaris izzat shayari
मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ ,
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं ,
जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
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