manjil shayaris- होकर मायूस न यूँ, शाम की तरह ढलते रहिये, जिंदगी एक भोर है..शायरी,सायरी
manjil shayaris latest trending indian shayari shayri sayari sayri
होकर मायूस न यूँ
शाम की तरह ढलते रहिये
जिंदगी एक भोर है
सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे
धीरे धीरे ही सही मगर
लक्ष्य की ओर चलते रहिये
किसी को शोर में नींद नहीं आती
किसी को खामोशियाँ सोने नहीं देती….
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शायरी : रखा करो नजदीकियां, ज़िन्दगी का कुछ भरोसा नहीं…
रखा करो नजदीकियां,
ज़िन्दगी का कुछ भरोसा नहीं…
फिर मत कहना
चले भी गए और बताया भी नहीं. . . !
टुटा हुआ विश्वास
और छूटा हुआ बचपन,
जिंदगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता !!
” नफरतों में क्या रखा हैं ..,
मोहब्बत से जीना सीखो..,
क्योकि
ये दुनियाँ न तो हमारा घर हैं …
और …
न ही आप का ठिकाना ..,
याद रहे ! दूसरा मौका सिर्फ कहानियाँ देती हैं , जिन्दगी नहीं …
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बहुत ग़जब का नज़ारा है
इस अजीबसी दुनिया का,
लोग सबकुछ बटोरने में लगे हैं
खाली हाथ जाने के लिये..!
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वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो
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