शायरी : शाॅपिंग में मशगूल बीवी का सब्र से साथ देना भी, मुहब्बत है गालिब…

ज़रूरी नहीं हर कोई ताज महल बनवाता फिरे ..

mohabbat shayaris love shayris sayari, शाॅपिंग में मशगूल बीवी कासब्र से साथ देना भी मुहब्बत है गालिब,ज़रूरी नहीं हर कोई ताज महल बनवाता फिरे ..

mohabbat shayaris love shayris sayari

 शॉपिंग में मशगूल बीवी
का सब्र से साथ देना भी
मोहब्बत है गालिब
ज़रूरी नहीं हर कोई
ताजमहल बनवाता फिरे

 

मोहब्बत शायरी : कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको…!

कारवाँ  ए जिंदगी 

हसरतों के सिवा 

कुछ भी नहीं 

ये किया नहीं, वो हुआ नहीं 

ये मिला नहीं, वो रहा नहीं..

शायरी : आस एक झूठी ही दे जाओ कि बहला सकूँ उसे, आँगन में शाम तो आयेगी तेरे जाने के बाद भी..!!

दूरियाँ
तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में ,

कोरोना ने आकर
इल्ज़ाम अपने सर ले लिया ।

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Sonal: सोनल कोठारी एक उभरती हुई जुझारू लेखिका है l विभिन्न विषयों पर अपनी कलम की लेखनी से पाठकों को सटीक जानकारी देना उनका उद्देश्य है l समयधारा के साथ सोनल कोठारी ने अपना लेखन सफ़र शुरू किया है l विभिन्न मीडिया हाउस के साथ सोनल कोठारी का वर्क एक्सपीरियंस 5 साल से ज्यादा का है l