Friday Status-‘भावना’ अगर अच्छी है तो मन ही ‘मंदिर’ है…

'आहार' अच्छा है तो तन ही 'मंदिर' है, 'विचार' अगर अच्छे हो तो 'मष्तिष्क' ही 'मंदिर' है, यह तीनों अगर अच्छे हो तो 'जीवन' ही 'मंदिर' है.

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'भावना' अगर अच्छी है तो मन ही 'मंदिर' है' आहार' अच्छा है तो तन ही 'मंदिर' है 

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‘भावना’ अगर अच्छी है तो मन ही ‘मंदिर’ है

‘आहार’ अच्छा है तो तन ही ‘मंदिर’ है 

‘विचार’ अगर अच्छे हो तो ‘मष्तिष्क’ ही ‘मंदिर’ है

यह तीनों अगर अच्छे हो तो ‘जीवन’ ही ‘मंदिर’ है   

खूबी और खामी…
दोनों ही होती है हर इंसान में.!!

जो तराशता है उसे ख़ूबी नजर आती है…
और जो तलाशता है उसे खामी नजर आती है.!!

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Tuesday Thoughts : किसी भी रिश्ते को बनाए रखने के लिए गिड़गिड़ाने की जरुरत नहीं

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Friday Thoughts : मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे छोड़ दिया…..

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मंगलवार सुविचार : चार आने…साँस बारह आने … तेरा एहसास

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Sunday Thoughts : जिंदगी में सबसे ज्यादा दुःख देता है “बीता हुआ सुख” 

Saturday Motivation: मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं करता…।।

कुछ तो जमीर बाक़ी है

अख़बारों में

तारीख़ और वार आज भी सही बताते हैं

शौक से निकालियें 

नुक्स मेरे किरदार में 

आप नहीं होंगे तो 

मुझे तराशेगा कौन

हर रोज जब आप उठें,

आइना देखें और खुद को  एक अच्छी मुस्कान दें

मुस्कान जीवन का पवित्र उपहार है

हँसते रहो मुसकुराते रहो जीवन इसी का नाम है

शब्द मुफ्त में मिलते हैं

लेकिन उनके चयन पर निर्भर करता है

कि उसकी कीमत मिलेगी

या चुकानी पड़ेगी

Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।