Friday Thoughts – जीवन आसान नहीं है, ज्यादा बात करो तो ‘पागल’

कम बात करो तो 'घमंडी', काम की बात करो तो 'मतलबी'-सुविचार  

Jeevan aasan nahi hai jyada baat karo to pagal kam baat karo to ghamandi kaam ki baat karo to matlabi

 Friday-Thought-Positive-Vibes-Motivational-Quotes-In-Hindi

जीवन आसान नहीं है 

ज्यादा बात करो तो ‘पागल’ 

कम बात करो तो ‘घमंडी’ 

काम की बात करो तो ‘मतलबी’   

आप तब कुछ नहीं कर पाते,

जब आप खुद को उनकी नज़रों से देखने लगते हैं,

जो सोचते हैं की आप कुछ नहीं कर सकते

 

दुःख में स्वयं की एक उंगली ही आंसू पोंछती है

और सुख में दसों उंगलियाँ ताली बजाती है….

जब अपना शरीर ही ऐसा करता है, 

तो दुनिया का गिला शिकवा क्या करना 

 

 

वो जो अपना भविष्य आनंदमय बनाना चाहता है

उसे अपना वर्तमान नहीं बर्वाद करना चाहिए.

 

यह thoughts भी पढ़े

Friday Thoughts : मिलता तो बहुत कुछ है, इस ज़िन्दगी में….

Thursday Thoughts : हृदय से अच्छे लोग बुद्धिमान होने के बाद भी धोख़ा खा जाते हैं..

Sunday Thoughts : मार्गदर्शन सही हो तो, दीपक का प्रकाश भी, सूरज का काम कर जाता है….

Saturday Thoughts : साजिशें वो रचते है जिन्हें कोई जंग जितनी हो….

Friday Thoughts : आपका अच्छा व्यवहार ही आपके संबंध को परिभाषित करता है.

Friends Thoughts : दोस्त सच्चें होने चाहिए, अच्छे तो कुत्तें भी होते है…

Wednesday Thoughts : गलत इंसान कितना भी मीठा बोले एक दिन….

Tuesday Thoughts : स्वयं के प्रति संतोष दूसरें के प्रति दया,इन्ही दो पंखो से आकाश छू सकते है हम …

Monday Thought : एक मंदिर के बाहर लिखा था.. बेझिझक भीतर चले आइये,

Sunday Thoughts : दुनिया के रीति है, यहाँ मजबूत से मजबूत… 

Saturday Thoughts : ना बादशाह चलता है… ना इक्का चलता है …

Friday Thoughts : जितना तेज़ होता है, उतना तेज़ डाऊनलोड नही होता

Thursday Thoughts : कल शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे, आज टूट गया..,

Wednesday Thoughts : प्रत्येक व्यक्ति अलग होता है, हर किसी की क्षमता और कमजोरियां

Monday Thoughts : कटीली झाड़ियों पर ठहरी हुई बूंदों ने बस यही बताया है….,

Sunday Thoughts : वक्त और किस्मत पर कभी घमंड मत करों 

 Friday-Thought-Positive-Vibes-Motivational-Quotes-In-Hindi

 

Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।