Motivation : कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे,सच कहूँ तो सिर्फ कहाँ ही करते थे

....... "डर"...... मृत्यु को नही रोक सकता, ये जीवन को रोकता है - सुविचार

Friday Thoughts in hindi कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे, सच कहूँ तो सिर्फ कहाँ ही करते थे 

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कुछ लोग मुझे

अपना कहा करते थे 

सच कहूँ तो सिर्फ 

कहाँ ही करते थे 

चिड़िया जब जीवित रहती है
तब वो किड़े-मकोड़ों को खाती है
और चिड़िया जब मर जाती है
तब किड़े-मकोड़े उसको खा जाते है
इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है
इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
कभी किसी को कम मत आंको
तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है

……. “डर”……
मृत्यु को नही रोक सकता
ये जीवन को रोकता है !

जितने वाला ही नहीं बल्कि कहाँ पर क्या हारना है..!!

ये जानने वाला भी सिकन्दर होता है..!!

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Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।