आज हरियाली अमावस्या पर कर ले यह काम, मिलेगा पितृों का आशीर्वाद

Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay-सावन के दिनों में आने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है।

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हरियाली अमावस्या पितृ दोष उपाय

Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay sawan ki amavasya 

सावन के दिनों में आने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है।

इस वर्ष सावन(Sawan 2022)की हरियाली अमावस्या(Hariyali Amavasya 2022) आज यानि गुरुवार, 28 जुलाई को पड़ रही है।

गुरुवार का दिन भगवान विष्णु(Lord Vishnu)को समर्पित होता है और इसी दिन अमावस्या पड़ने से आप अपने पितृों को भी संतुष्ट कर सकते है और पितृ दोष से बच सकते(Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay)है।

दरअसल,अमावस्या(Amavasya)के दिन पितृ संबंधी कार्य किए जाते है,जिनके फलस्वरूप मनुष्य के पितृ उन्हें आशीर्वाद देते है।

लेकिन यदि पितृ दोष(Pitraa Dosh)लगा हो तो जीवन में कई कष्ट और दुख-तकलीफें आती रहती है।

सावन अमावस्या  या हरियाली अमावस्या के दिन कुछ उपाय अगर आप करते है तो पितृ दोष से मुक्ति पा सकते(Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay)है और आपके सभी रूके काम बनने लगते है। जीवन में दुखों और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक,अमावस्या का दिन पितृों को समर्पित होता है और इसी दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है।

इन दिनों सावन की अमावस्या(Sawan-Amavasya)यानि हरियाली अमावस्या गुरुवार को पड़ रही है,जोकि भगवान विष्णु को समर्पित दिन है।

ऐसे में गुरुवार,हरियाली अमावस्या का अद्भुत संयोग होने से यह दिन बेहद खास हो गया है। अगर इस हरियाली अमावस्या पर आप कुछ विशेष उपाय करते है तो आप दुख-तकलीफों से मुक्ति प्राप्त कर सकते(Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay)है।

सावन माह भगवान शिवजी को समर्पित होता है। सावन महीने में पड़ने वाली अमावस्या हरियाली अमावस्या कही जाती है। जोकि 28 जुलाई 2022 को है।

 

हरियाली अमावस्या या सावन अमावस्या पर किए जाने वाले खास टोटकों के कारण(Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay-Sawan-Amavasya-totke)आपके पितृों को न केवल मुक्ति और मोक्ष मिलता है, बल्कि आप खुद भी पितृ दोष से मुक्त हो जाते है।

इसलिए आप भी इन उपायों को करें और पितृ दोष से मुक्ति पा लें।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

सबसे पहले जान लें कि आखिर पितृ दोष कहते किसे है?

ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार कुंडली में दूसरे, चौथे, पांचवें, सातवें, नौवें और दसवें भाव में सूर्य राहु या सूर्य शनि की युति बनने पर पितृ दोष लग जाता है।
सूर्य के तुला राशि में रहने पर या राहु या शनि के साथ युति होने पर पितृ दोष का प्रभाव बढ़ जाता है। इसके साथ ही लग्नेश का छठे, आठवें, बारहवें भाव में होने और लग्न में राहु के होने पर भी पितृ दोष लगता है।
पितृ दोष की वजह से व्यक्ति का जीवन परेशानियों से भर जाता है। 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

हरियाली अमावस्या पर पितृ दोष दूर करने के उपाय । Hariyali-Amavasya-2022-Pitra-Dosh-Upay

 

पिंड दान

पितृ दोष से मुक्ति के लिए अमावस्या के दिन पितर संबंधित कार्य करने चाहिए। पितरों का स्मरण कर पिंड दान करना चाहिए और अपनी गलतियों के लिए माफी भी मांगनी चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

गाय को भोजन कराएं

इस दिन गाय को भोजन अवश्य कराएं। इस बात का ध्यान रखें कि आपको गाय को सात्विक भोजन ही करवाना है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय को भोजन कराने से पितृ दोष दूर हो जाता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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समयधारा डेस्क: