Monday Thoughts: वक्त जब सजा सुनाता है तो…

ना किसी जज की जरूरत होती है ना किसी वकील की।

प्रेरणादायक विचार

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समय बीत जाने के बाद कदर की जाए तो,

वो कदर नहीं अफसोस कहलाता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

वक्त जब सजा सुनाता है तो,

ना किसी जज की जरूरत होती है, ना किसी वकील की।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

समय जब निर्णय करता है तो,

गवाहों की जरूरत नहीं पड़ती है।

 

 

 

 

 

 

 

समय की परीक्षा कठिन जरूर होती है,

लेकिन परिणाम आपके हाथों में होता है।

 

 

 

 

 

 

वक्त आता है वक्त जाता है

वक्त को संभाल कर रखें,

वक्त बेवक्त काम आता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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मैंने बहुत से इंसान देखें है 

जिनके बदन पर लिबास नहीं होता 

मैंने बहुत से लिबास देखे हैं 

जिनमे इंसान नहीं होता ….

कभी सोचा हम क्या है…? इंसान या लिबास…!!

 

कुछ-कुछ बातों को

मुस्करा कर टाल देना चाहिए

अब हर किसी के साथ बहस

तो नहीं कर सकते

अगर कोई आपको बार-बार नीचा दिखाता है तो

समझ लेना आप उस व्यक्ति से बहुत ऊंचे हो…

वो जो शोर मचाते है भीड़ में,

भीड़ ही बनकर रह जाते है,

वहीं पाते है जिंदगी में कामयाबी

जो खामोशी से अपना काम कर जाते है

प्रत्येक व्यक्ति अलग होता है,

हर किसी की क्षमता और कमजोरियां अलग-अलग होती है,

इसलिए न तो किसी और से अपनी तुलना करें,

और न ही किसी और के जैसा बनने की कोशिश करें

गुरुवार सुविचार : हम आ जाते हैं बहुत जल्दी दुनियां की बातों में गुरु की बातों में

मंगलवार सुविचार : चार आने…साँस बारह आने … तेरा एहसास

Friday Thoughts : बस एक तज़ुर्बा लिया है ज़िन्दगी से.. अपनो के नज़दीक रहना है..

Wednesday Thoughts : डाली से टूटा फूल फिर से लग नहीं सकता है मगर…

 

 

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Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।