Navaratri Day-7 माँ कालरात्रि यानी आपकी संकटमोचक
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नई दिल्ली, (समयधारा) : देखते ही देखते नवरात्र की 6 दिन गुजर गए l
आज नवरात्र का सातवाँ दिन है l माँ कालरात्रि की पूजा नवरात्र के 7वें दिन की जाती है l
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देवी कालरात्रि का शरीर रात के अंधकार की तरह काला हैl इनके बाल बिखरे हुए हैं
और इनके गले में विधुत की माला हैl इनके चार हाथ है l
जिसमें इन्होंने एक हाथ में कटार तथा एक हाथ में लोहे कांटा धारण किया हुआ है l
इसके अलावा इनके दो हाथ वरमुद्रा और अभय मुद्रा में है l
इनके तीन नेत्र है और इनके श्वास से अग्नि निकलती है l कालरात्रि का वाहन गर्दभ (गधा) है l
मां दुर्गा के सातवें रूप या शक्ति को कालरात्रि कहा जाता है, दुर्गा-पूजा के सातवें दिन मां काल रात्रि की उपासना का विधान हैl
मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है l इनका वर्ण अंधकार की तरह काला है l
केश बिखरे हुए हैं l कंठ में विद्युत की चमक वाली माला है l
मां कालरात्रि के तीन नेत्र ब्रह्माण्ड की तरह विशाल और गोल हैं l जिनमें से बिजली की तरह किरणें निकलती रहती हैं l
माता कालरात्रि का मंत्र
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
(साभार सोशल मीडिया)
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