लाइफस्टाइल

नवरात्र 7वां दिन-माँ कालरात्रि आपके सभी कर्मों, दु:ख,तकलीफों को हरने वाली

नवरात्रि सप्तमी (Navratri 7th Day) : संकटमोचक माँ कालरात्रि-आपके भूत-वर्तमान-भविष्य काल की रखवाली करती है.

Share

navratri-7th-day saptmi-maa-kalratri puja-vidhi-archana 

नई दिल्ली, (समयधारा) : देखते ही देखते नवरात्र की 6 दिन गुजर गए l

आज नवरात्र का सातवाँ दिन है l माँ कालरात्रि की पूजा नवरात्र के 7वें दिन की जाती है l 

  • संकटमोचक माँ कालरात्रि-आपके भूत-वर्तमान-भविष्य काल की रखवाली करती हैl 
  • संसार में कालों का नाश करने वाली देवी ‘कालरात्री’ ही है l
  • इनकी पूजा करने से सभी दु:ख, तकलीफ दूर हो जाती है l
  • दुश्मनों का नाश करती है तथा मनोवांछित फल देती हैंl
  • यह संसार के सभी कालों को हर लेती है l
  • अगर कोई विपदा आने वाली है l तो इस देवी का ध्यान तन मन धन से करे तुरंत इच्छा पूर्ण होती है l
  • दुखों का नाश करने वाली माँ कालरात्रि की माया व इनका तेज एक अलग ही रूप का हमें अवलोकन करवाता है l
  • इनका ध्यान मात्र ही दुखों से हमें छुटकारा दिलाता है l

navratri-7th-day saptmi-maa-kalratri puja-vidhi-archana

देवी कालरात्रि का शरीर रात के अंधकार की तरह काला हैl इनके बाल बिखरे हुए हैं

और इनके गले में विधुत की माला हैl इनके चार हाथ है l

जिसमें इन्होंने एक हाथ में कटार तथा एक हाथ में लोहे कांटा धारण किया हुआ है l

इसके अलावा इनके दो हाथ वरमुद्रा और अभय मुद्रा में है l

इनके तीन नेत्र है और इनके श्वास से अग्नि निकलती है l कालरात्रि का वाहन गर्दभ (गधा) है l 

मां दुर्गा के सातवें रूप या शक्ति को कालरात्रि कहा जाता है, दुर्गा-पूजा के सातवें दिन मां काल रात्रि की उपासना का विधान हैl

मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है l इनका वर्ण अंधकार की तरह काला है l

केश बिखरे हुए हैं l कंठ में विद्युत की चमक वाली माला है l

मां कालरात्रि के तीन नेत्र ब्रह्माण्ड की तरह विशाल और गोल हैं l जिनमें से बिजली की तरह किरणें निकलती रहती हैं l 

माता कालरात्रि का मंत्र
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

(साभार सोशल मीडिया)

navratri-7th-day saptmi-maa-kalratri puja-vidhi-archana

Priyanka Jain