सोमवती अमावस्या पर पितृ दोष दूर करने के उपाय
Somvati-Amavasya-2024-Pitru-dosh-door-karne-ke-upay
हर महीने की अमावस्या(Amavasya)तिथि से कहीं ज्यादा पुण्यकारी,प्रभावशाली और विघ्नविनाशक होती है चैत्र महीने की अमावस्या तिथि।
ऐसे में चैत्र माह की अमावस्या तिथि अगर सोमवार को पड़ जाती है,तो इसे सोमवती अमावस्या(Somvati Amavasya)कहते है।
इस दिन स्नान,दान,पूजा-पाठ करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। दरअसल, इस साल चैत्र माह की सोमवती अमावस्या(Somvati-Amavasya-2024)तिथि पूरे 3 साल बाद आज यानि सोमवार, 8 अप्रैल 2024 के दिन पड़ी है।
अमावस्या तिथि का आरंभ सुबह सोमवार तड़के 3:31 मिनट से हो गया है और इसका समापन आज मध्यरात्रि 11:50 पर हो (Somvati-Amavasya-2024-puja-time)जाएंगा।
इसलिए पितृों(Pitru)को प्रसन्न करने और उनकी नाराजगी दूर करके सुख,संपत्ति,मान-सम्मान प्राप्त करने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन शिव जी(Lord Shiva),मां पार्वती और गणेश जी की पूजा-अराधना की जाती है।
साथ ही इस दिन स्नान,दान और पूजा-पाठ करने से सभी प्रकार के पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।
पितृों की आत्मा की शांति के लिए सोमवती अमावस्या(Somvati Amavasya)के दिन तर्पण,दान-पुण्यकर्म करने से उनकी आत्मा को शांति और मोक्ष प्राप्त होता है और पितृ खुश होकर आपके व आपके परिवार पर अपनी कृपा बनाएं रखते है।
जीवन में कई बार लाख कोशिशों के बाद भी समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। हर बनता काम बिगड़ता है। शत्रु बाधा,निर्धनता या दरिद्रता और विवाह में विलंब सरीखी समस्याएं कई बार पितृ दोष के कारण भी उत्पन्न होती है।
ऐसे में पितृों को प्रसन्न करके पितृ दोष से मुक्ति के लिए सोमवती अमावस्या पर कई उपाएं किए जाते है।
जिन्हें करने से नाराज पितृ प्रसन्न हो जाते है और आपको पितृ दोष से मुक्ति(Pitru Dosh Mukti Upay) मिल सकती है।
सोमवती अमावस्या के दिन प्रात: काल स्नान के बाद पितरों को स्मरण करें और उनका तर्पण किया जा सकता है। इसके लिए काले तिल, सफेद पुष्प और कुश का उपयोग करें। तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
पीपल के पेड़ की जड़ में पानी देने के उपाय से भी पितृ दोष दूर होता है। सोमवती अमावस्या को यह उपाय जरूर करें। इस दिन स्नान और दान के बाद पीपल के पेड़ की जड़ में पानी दें। इस उपाय से पितर प्रसन्न होते हैं। पीपल के पेड़ में तीनों देवों, ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। पीपल की सेवा से पितरों की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
सोमवती अमावस्या के दिन अशोक का पौधा लगाने से भी पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है। अशोक के वृक्ष भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को प्रिय होते हैं और अशोक के वृक्ष की सेवा से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती(Shiv-Parvati)की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा के पुण्य को पितरों को अर्पित कर दें। इससे पितर प्रसन्न होंगे और पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।Samaydhara.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।)