Tuesday Thoughts – उम्र है… चालाकी की चार दिन, ईमानदारी की उम्र भर

थक कर ही बैठा हूँ, हार कर नहीं…सिर्फ बाजी हाथ से निकली है, जिन्दगी नहीं।

umr hai chalaki ki char din imandari ki umr bhar

Tuesday-status-thoughts-good-morning-quotes-inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive-Suvichar

“उम्र है”

चालाकी की चार दिन

ईमानदारी की उम्र भर

थक कर ही बैठा हूँ, हार कर नहीं…

सिर्फ बाजी हाथ से निकली है, जिन्दगी नहीं।

 

 

 

 

 

वो लोग अक्सर सब के लिए हाजिर रहते है,

जिन्हें पता है की अकेलापन क्या होता है

 

 

 

 

 

 

ज़िन्दगी के सफ़र में ऐसा अकसर होता है,

मुश्किल फैसला ही हमेशा बेहतर होता है।

 

 

 

 

सफ़ल होने की तमन्ना मुझ में भी है,

मगर गलत रास्तों से होकर जाऊं, इतनी भी जल्दी नहीं है।

 

 

 

 

 

 

 

यह Thoughts भी पढ़े : 

Monday Thought : एक मंदिर के बाहर लिखा था.. बेझिझक भीतर चले आइये,

Sunday Thoughts : दुनिया के रीति है, यहाँ मजबूत से मजबूत… 

Saturday Thoughts : ना बादशाह चलता है… ना इक्का चलता है …

Friday Thoughts : जितना तेज़ होता है, उतना तेज़ डाऊनलोड नही होता

Thursday Thoughts : कल शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे, आज टूट गया..,

Wednesday Thoughts : प्रत्येक व्यक्ति अलग होता है, हर किसी की क्षमता और कमजोरियां

Monday Thoughts : कटीली झाड़ियों पर ठहरी हुई बूंदों ने बस यही बताया है….,

Sunday Thoughts : वक्त और किस्मत पर कभी घमंड मत करों 

Tuesday-status-thoughts-good-morning-quotes-inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive-Suvichar

Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।