Tuesday Thoughts – किनारा न मिलें तो कोई बात नहीं, दुसरों को डुबोके तैरना नहीं है मुझे

जिंदगी एक किताब की तरह है-- कुछ अध्याय उदास हैं, कुछ खुश है॔ और कुछ रोमांचक हैं, लेकिन अगर हम पेज नहीं बदलेंगे, तो हम कभी नहीं जान पाऐंगे कि अगले अध्याय में हमारे लिए क्या है...।

किनारा न मिलें तो कोई बात नहीं,दुसरों को डुबोके तैरना नहीं है मुझे

Tuesday Thoughts In Hindi suvichar in hindi suprabhat in hindi motivational quotes status 

किनारा न मिलें तो कोई बात नहीं,

दुसरों को डुबोके तैरना नहीं है मुझे

जिंदगी
एक किताब की तरह है–
कुछ अध्याय उदास हैं,
कुछ खुश है॔ और
कुछ रोमांचक हैं,
लेकिन
अगर हम पेज नहीं बदलेंगे,
तो हम कभी नहीं जान पाऐंगे
कि अगले अध्याय
में हमारे लिए क्या है…।

 

“कामयाबी तक जाने वाले रास्ते सीधे नहीं होते, 

लेकिन कामयाबी मिलने के बाद सभी रास्ते सीधे हो जाते है।”

“जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,

जो मिल गया उसे खोया नहीं करते,

हासिल तो केवल उन्हें होती है सफलता,

जो, वक्त और हालात पर रोया नहीं करते ।”

“ठोकर खाकर ही व्यक्ति संभलता है ।

गिर-कर उठना और फिर भविष्य में संभलकर चलने में ही महानता है ।

बार – बार ठोकर लगने पर यह न समझना चाहिए कि राह विकट है और इस पर तो चलना बेकार है ।”

निरंतर श्रम ही आपकी प्रगति का साथी है ।

पर ध्यान रहे ! श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं ।

श्रम एक अपराधी भी करता है, पर उसका लक्ष्य किसी को क्षति पहुंचाना या उसके प्राण लेना ही होता है ।

“अधिकांश वही व्यक्ति सफल होते है जो बोलते कम और सुनते ज्यादा है ।

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Dropadi Kanojiya: द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।