कोरोना का कहर : Statue of Unity 30 हजार करोड़ में बिक रहा था OLX पर…!!
क्या आप खरीदना चाहते है विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति सरदार पटेल की Statue of Unity..? बिक रही थी OLX पर..!!!
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नई दिल्ली, (समयधारा) : इस समय पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर काफी परेशानी आन पड़ी है l
उस पर से 21 दिन का लॉक डाउन जारी है l काम धंधे सब ठप्प पड़े है l
इकोनॉमिक्स पर कोरोना का गहरा असर पड़ा है l इस पर किसी ने गजब कर दिया l
एक अजनबी बंदे ने OLX पर नर्मदा जिले के केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 30 हजार करोड़ रुपये में बेचने के लिए विज्ञापन दे दिया l
उसने विज्ञापन में लिखा था कोरोना वायरस संकट से लड़ने के लिए अस्पताल और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के
सरकारी खर्चों की पूर्ति करने के लिए हम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 30 हजार करोड़ रुपये में बेच रहे है l
जैसे ही इसकी खबर स्मारक के अधिकारियों को इस घटना का पता चला एवं वे हरकत में आये
और उन्होंने से पुलिस से संपर्क किया जिसके बाद एफआईआर दर्ज कराई गई।
coroa-ka-kahar-statue-of-unity-was-being-sold-for-30-thousand-crores-on-olxपुलिस इंस्पेक्टर पीटी चौधरी ने कहा कि आईपीसी, महामारी अधिनियम ऑनलाइन विज्ञापन देने के लिए
गुजरात में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
सरदार पटेल का यह 182 मीटर ऊंचा स्मारक विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति है
जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में राष्ट्र को समर्पित किया गया था
और तब से अब तक कई लाख लोग इसको देखने के लिए केवडिया पहुंच चुके हैं।
केवडिया पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि शनिवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने OLX पर एक विज्ञापन दिया जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि
कोरोना वायरस संकट से लड़ने के लिए अस्पताल और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के सरकारी खर्चों की पूर्ति करने के लिए
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 30 हजार करोड़ रुपये में बेचने की जरूरत आन पड़ी है।
coroa-ka-kahar-statue-of-unity-was-being-sold-for-30-thousand-crores-on-olxपुलिस इंस्पेक्टर पीटी चौधरी ने कहा कि आईपीसी, महामारी अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी का एक केस दर्ज किया गया है।
इसके प्रकाशित होने तुरंत बाद वेबसाइट से इस विज्ञापन को हटा लिया गया था।
Statue of Unity के मुख्य प्रशासक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि सरकारी संपत्ति को बेचे जाने का कोई अधिकार उसके पास नहीं होने के बावजूद
इस अज्ञात व्यक्ति ने सरकार को बदनाम और लोगों को भ्रमित करने के लिए ओएलएक्स पर यह विज्ञापन प्रकाशित किया।
उन्होंने आगे कहा कि इस व्यक्ति के इस कृत्य से सरदार पटेल को मानने वालों करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
(इनपुट एजेंसी व मनीकंट्रोल से भी)