रोहित शर्मा ने लिया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास, एक सुनहरा अध्याय समाप्त

जानें हिटमैन रोहित शर्मा के टेस्ट करियर से जुडी सभी जानकारी

रोहित शर्मा ने लिया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास | RohitSharma Test Cricket Retirement | Samaydhara

RohitSharma Test Cricket Retirement

रोहित शर्मा ने लिया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास: एक सुनहरा अध्याय समाप्त

🏏 भूमिका: हिटमैन का सफर टेस्ट क्रिकेट तक

भारतीय क्रिकेट टीम के ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा (#RohitSharma) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके अपने फैंस को भावुक कर दिया है

सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने विस्फोटक अंदाज़ के लिए पहचाने जाने वाले रोहित शर्मा ने जब टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग शुरू की,

तब से उन्होंने इस फॉर्मेट में भी अपनी शानदार छवि बना ली थी।

 

🏆 रोहित शर्मा का टेस्ट करियर: आँकड़ों की जुबानी

👕 कुल टेस्ट मैच:

  • 67 टेस्ट मैच

🏏 कुल रन:

  • 4,301 रन
  • औसत: 57.06
  • सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 212 रन

💯 शतक:

  • 12 टेस्ट शतक
  • 18 अर्धशतक

📍 टेस्ट डेब्यू:

  • सन् 2013, NOVEMBER  वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डन, कोलकाता में

📌 यादगार पारियाँ:

  • 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक (212)
  • 2021 इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में निर्णायक अर्धशतक

RohitSharma Test Cricket Retirement


🌟 सबसे यादगार लम्हे टेस्ट क्रिकेट में

  • 2019 में विशाखापट्टनम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बतौर ओपनर पहली टेस्ट सीरीज़ में 3 शतक लगाना।
  • इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ मुश्किल परिस्थितियों में ओपनिंग करते हुए टीम को स्थिरता देना।
  • विदेशी धरती पर भी अपने प्रदर्शन से आलोचकों को करारा जवाब देना।

🤔 क्यों लिया संन्यास? रोहित शर्मा का बयान

रोहित शर्मा ने BCCI को दिए अपने बयान में कहा:

“टेस्ट क्रिकेट मेरा सपना था और इस फॉर्मेट ने मुझे एक बेहतर क्रिकेटर और इंसान बनाया। अब समय है युवा खिलाड़ियों को मौका देने का और मैं सीमित ओवरों के खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं।”


🇮🇳 BCCI और टीम इंडिया की प्रतिक्रिया

BCCI अध्यक्ष ने कहा:

“रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक मजबूत स्तंभ रहे हैं। उन्होंने नई पीढ़ी के ओपनर्स के लिए रास्ता दिखाया है।”

मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा

RohitSharma Test Cricket Retirement

“रोहित ने मुश्किल परिस्थितियों में टेस्ट क्रिकेट में परिपक्वता और साहस दिखाया है।”

 

  • रोहित शर्मा का टेस्ट डेब्यू और शुरुआती संघर्ष

रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में किया। उन्होंने डेब्यू मैच में शानदार 177 रनों की पारी खेली, जिससे सभी को उम्मीद थी कि वह टेस्ट क्रिकेट में लंबा सफर तय करेंगे। हालांकि, शुरुआती कुछ वर्षों में रोहित को लगातार टीम में जगह नहीं मिल पाई। तकनीकी कमजोरी और अस्थिरता की वजह से वह मिडिल ऑर्डर में अपना स्थान पक्का नहीं कर सके। विदेशों में खासकर सीमिंग पिचों पर उनका प्रदर्शन औसत रहा, जिससे चयनकर्ता भी असमंजस में रहते थे। यह दौर उनके टेस्ट करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण समय रहा।

  • ओपनिंग में बदलाव और सफल प्रयोग

2019 में भारत के तत्कालीन कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने रोहित को टेस्ट में ओपनिंग करने का मौका दिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में रोहित ने तीन शतक जड़कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने एक ही सीरीज में दोहरा शतक भी बनाया और साबित कर दिया कि वह टेस्ट ओपनिंग में भी सफल हो सकते हैं। यह निर्णय उनके करियर के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। ओपनिंग करते हुए रोहित ने न केवल रन बनाए बल्कि टीम को ठोस शुरुआत दी। उनकी तकनीक, संयम और आक्रामकता का यह मिश्रण टेस्ट क्रिकेट में शानदार साबित हुआ।

  • विदेशी दौरे और बड़ी पारियाँ

रोहित शर्मा को अक्सर “घरेलू पिचों के खिलाड़ी” माना जाता था, लेकिन उन्होंने इस सोच को गलत साबित किया। 2021-22 में इंग्लैंड के दौरे पर उन्होंने लॉर्ड्स में शानदार अर्धशतक और ओवल टेस्ट में शतक जड़ा। ऑस्ट्रेलिया में भी उनकी बल्लेबाज़ी में धैर्य और क्लास नज़र आया। हालांकि, कुछ मुकाबलों में निरंतरता की कमी भी दिखी। फिर भी, विदेशी दौरे पर उनकी कुछ पारियों ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट के एक भरोसेमंद ओपनर के रूप में स्थापित किया। उन्होंने यह साबित किया कि तकनीक और अनुभव के साथ वो विदेशों में भी सफल हो सकते हैं।

  • BCCI और टीम के साथी खिलाड़ियों की राय

रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास के बाद BCCI और टीम के कई खिलाड़ियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। विराट कोहली ने उन्हें “साइलेंट वॉरियर” बताया और उनकी टेस्ट यात्रा को प्रेरणादायक कहा। राहुल द्रविड़ ने रोहित की धैर्य और समझदारी भरी बल्लेबाज़ी की सराहना की। टीम के युवा खिलाड़ियों ने भी उन्हें मार्गदर्शक बताया। रोहित का नेतृत्व, खेल के प्रति समर्पण और शांत स्वभाव उन्हें टीम में एक सशक्त स्तंभ बनाता है — यह बात हर किसी ने मानी।

  • सोशल मीडिया ट्रेंड्स और फैंस की भावनाएं

जैसे ही रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास की खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर हज़ारों प्रतिक्रियाएं आने लगीं। #ThankYouRohit, #HitmanRetiresFromTests और #RohitSharma ट्रेंड करने लगे। ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फैंस ने रोहित की यादगार पारियों के वीडियो शेयर किए। क्रिकेट प्रेमियों ने उनके शांत स्वभाव, बल्लेबाजी की स्टाइल और टीम के लिए किए गए योगदान को याद किया। बहुत से फैंस भावुक हो गए और बोले कि “एक युग का अंत हो गया।” सोशल मीडिया पर यह संन्यास ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया, जिससे उनके प्रभाव का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

  • क्या अब रोहित सिर्फ वनडे पर ही फोकस करेंगे?

रोहित शर्मा ने अपने बयान में संकेत दिया कि वे अब सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। वे इस समय भारतीय वनडे और टी20 टीम के कप्तान हैं और 2026 T20 वर्ल्ड कप को लेकर बड़े लक्ष्य भी हैं। टेस्ट क्रिकेट से बाहर होकर उन्हें अपने शरीर को बेहतर तरीके से मैनेज करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे लंबे समय तक फिट रह सकेंगे। उनका लक्ष्य अब युवा खिलाड़ियों को आगे लाना और टीम को सीमित ओवरों में एक और आईसीसी ट्रॉफी दिलवाना है। उनके अनुभव और रणनीति भारत के लिए बड़ी ताकत बने रहेंगे।


🙏 निष्कर्ष: एक युग का अंत

रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास सिर्फ एक खिलाड़ी की विदाई नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम को स्थिरता, आत्मविश्वास और नई दिशा दी। सीमित ओवरों में वह अभी भी भारत के कप्तान हैं और T20 वर्ल्ड कप 2026 को ध्यान में रखते हुए अब पूरी ताकत से वहीं फोकस करेंगे।

आप नीचे लिंक को क्लिक कर रोहित शर्मा के बारें में सब कुछ जान सकते है यह लिंक सिर्फ और सिर्फ हमारे पाठकों की जानकारी के लिए दिए गए है l 

  1. कैरियर के आंकड़ों और मैच डेटा यहाँ भी देख सकते है ( referencing career stats and match data.) https://www.espncricinfo.com/
  2. खेल से जुड़े खिलाड़ीयों के विश्लेषण के लिए जाएँ (latest news mentions or player analysis )  https://www.sportskeeda.com/  https://www.cricbuzz.com/

Vinod Jain: