HOLI शायरी : आँगन में होती तो हम गिरा भी देते, साहेब… कम्बख़्त आदमी ने “दीवार” दिल मे उठा रखी है
Holi-shayari-latest-holi-shayari-india-shayari-in-hindi-and-izzat-shayri (1) माना की औरों की मुकाबले, कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने,, पर खुश हूं… Read More
8 वर्ष ago