उम्मीद शायरी : अब तो दामन-ए-दिल छोड़ दो बेकार उम्मीदों,बहुत दर्द सह लिए मैंने बहुत दिन जी लिया मैंने
शायरी : आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए, दिल है बेघर उसे एक घर चाहिए, बस यूँही साथ चलते रहो ऐ दोस्त, यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए..
ummid-shayari india-ki-sayri life-living-shayaris love-shayris-sayri-ki-duniya
अब तो दामन-ए-दिल छोड़ दो बेकार उम्मीदों,
बहुत दर्द सह लिए मैंने बहुत दिन जी लिया मैंने
==================
“आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए,
दिल है बेघर उसे एक घर चाहिए,
बस यूँही साथ चलते रहो ऐ दोस्त,
यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए..”
==================
यह शायरी भी पढ़े :
मोहब्बत शायरी : अपने प्यार को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है….
कोरोना शायरी की डायरी : के यूं न हो बेताब, इस माहौल को देख कर…..
शायरी : मेरी आँखों से जो गिरता है वो दरिया देखो, मैं हर हाल में ख़ुश हूँ,मेरा नज़रिया देखो…!!
शायरी : रोक दो मेरे जनाजे को अब मुझमे जान आ रही हैं..आगे से थोडा राईट ले लो दारु की दूकान आ रही हैं.
कोरोना शायरी : लौटा जब वो बिना जुर्म की सजा पाकर….
कोरोना शायरी : मान लेते हैं कि किस्मत में लिखे फैसले बदला नहीं करते…
कोरोना शायरी : कभी इसका दिल रखा और कभी उसका दिल रखा..