sayaris in hindi

शायरी – नासमझ हूँ साहब, शब्दों की मिट्टी से महफ़िल सजाता हूँ..

शायरी – नासमझ हूँ साहब, शब्दों की मिट्टी से महफ़िल सजाता हूँ..

Sayaris In Hindi Love Shayri   नासमझ हूँ साहब, शब्दों की मिट्टी से महफ़िल सजाता हूँ.. किसी को बेकार तो किसी… Read More

3 months ago

शायरी – कितना ठहराव होता है, कुछ लोगों में…

silence shayari in hindi khamoshi shayari silent love in hindi  कितना ठहराव होता है कुछ लोगों में   चुप भी बैठें… Read More

2 years ago