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AC बस में दूर बैठने से भी हो सकता है कोरोनावायरस?Airborne Transmission रिसर्च

दरअसल, एक एयर कंडीशन बस में बैठे एक व्यक्ति से तकरीबन दो दर्जन से भी ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो गए है...

Airborne Transmission spread Coronavirus in AC

नई दिल्ली:क्या बस में दूर बैठने से भी कोरोनावायरस (Coronavirus) फैल सकता है? अभी तक जारी गाइडलाइंस के मुताबिक ऐसा होने की संभावना न के बराबर थी लेकिन कोरोनावायरस हवा में कितनी दूरी पर संचरण कर सकता है इसको लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

दरअसल, एक एयर कंडीशन बस में बैठे एक व्यक्ति से तकरीबन दो दर्जन से भी ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो गए है।

इसके बाद से ही एयर बोर्न ट्रांसमिशन यानि हवा में संचरण को लेकर एक रिसर्च की गई और उसके बाद बहुत ही हैरतअंगेज बात सामने आई है।

जोकि कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी के पैमाने को नाकाफी साबित करती है।

Airborne Transmission रिसर्च में खुलासा हुआ है कि बस में लगी एयर कंडिशनिंग यूनिट से भी कोरोनावायरस का इंफेक्शन बहुत तेजी से फैलता (Airborne Transmission spread Coronavirus in AC) है।

एक रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने इस जानकारी को दिया है।

दरअसल, चीन के एक मामले की रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया कि बस में सफर करने वाले एक व्यक्ति के जरिए लगभग दो दर्जन लोग कोरोना संक्रमित हो गए।

Coronavirus Airborne Transmission रिसर्च का बड़ा खुलासा

Airborne Transmission spread Coronavirus in AC

अमेरिकी मेडिकल जर्नल JAMA Internal Medicine में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, एक चीनी बस में कोरोनावायरस के हवा में संचरण (Airborne Transmission) को लेकर की गई रिसर्च (Research) में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है।

इस रिचर्स में कोरोना के ऐसे हवाई प्रसारण का पता चला है जिसमें बस में बैठा केवल एक शख्स कोरोना संक्रमित था और वह बस में बैठे करीब एक से दो दर्जन लोगों को संक्रमित करने में सक्षम था।

इस रिसर्च के अनुसार, जनवरी में चीनी शहर Ningbo में एक बौद्ध समारोह में शामिल होने बस में जा रहे यात्रियों को केवल 50 मिनट की यात्रा करनी थी और वे दो बसों में सवार थे।

यह सार्वजनिक स्‍थानों पर मास्‍क अनिवार्य किए जाने से पहले की घटना है।

शोधकर्ताओं (Researchers) के अनुसार, कोरोना संक्रमित एक मरीज ने बस में यह वायरस फैलाया।

यह वह समय था, जब कोरोनावायरस अपने शुरुआती चरणों में था। वह मरीज वुहान (Wuhan) के लोगों के संपर्क में आया, जहां वायरस ने पहली बार 2019 में अपना प्रकोप दिखाया था।

 

इस रिसर्च में चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई

Airborne Transmission spread Coronavirus in AC

जब वैज्ञानिकों ने इस घटना के बारे में जांच की और बस में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति का पता लगाया तो चौंकाने वाली बात सामने आई।

उन्होंने खोजा कि बस में बैठे 68 में से 23 लोग कोरोना संक्रमित थे।

इस रिसर्च में खुलासा हुआ है कि कोरोनावायरस उन लोगों को संक्रमित करने में सक्षम था जो मरीज से 1-2 मीटर (3-6 फीट) से भी ज्यादा दूरी पर थे।

जबकि इसे वायरस के फैलने से रोकने के लिए अधिकतम पैरामीटर माना जाता है।

दूसरे शब्दों में कहें तो जो लोग बस में बिल्कुल आगे और पीछे बैठे थे वे भी इससे संक्रमित हो गए। जबकि ये लोग कोरोना संक्रमित से दो गज से ज्यादा दूरी पर बैठे थे।

 

रिसर्च में खुलासा AC बस हो सकता है कारण

Airborne Transmission spread Coronavirus in AC

ऐसा नहीं हैं कि बस में बैठे कोरोना संक्रमित व्यक्ति में कोई लक्षण दिख रहे थे।जिस शख्स ने बस में बैठ बाकी लोगों को संक्रमित किया, उसमें बस में बैठे रहने के दौरान कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे।

हालांकि, यह संभव है कि वे सब AC बस में मौजूद थे, जिसके कारण वायरस का इतना अधिक संचरण हुआ हो कि बाकी दूर बैठे लोग भी संक्रमित हो गए।

शुरूआत में स्वास्थ्य अधिकारियों को यह विश्वास नहीं था कि कोरोनावायरस (Coronavirus airbone) हवाई था, यानी कि यह जानलेवा वायरस हवा के जरिए संक्रामक सूक्ष्म बूंदों को ट्रांसमीट कर सकता है,

लेकिन जैसे-जैसे सबूत सामने आते रहे, साइंटिस्टों को भी अपनी बात से पीछे हटना पड़ा।

 

 

Airborne Transmission spread Coronavirus in AC

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Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।

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