अब यूरोप के बजाय एशिया में तैनात करेगा अमेरिका सैनिक, चीन पर अंकुश लगानी की पहल

भारत और दक्षिणपूर्व एशिया में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपनी सेना यूरोप से हटाकर दूसरी जगह तैनात कर रहा है.

Share

America-shifts-military-from-europe-to-asia-to-face-chinese-threat-to-india-and-southeast-asia

नई दिल्ली (समयधारा) : भारत और चीन के बीच LAC पर तनाव के बीच एक बार फिर अमेरिका ने नया बयान देकर सनसनी फैला दी l 

इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की जगह अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो (Mike Pompeo) ने गुरुवार को बताया कि,

भारत और दक्षिणपूर्व एशिया में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपनी सेना यूरोप से हटाकर दूसरी जगह तैनात कर रहा है।

पोंपियो ब्रुसेल्स फोरम में वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बताया।

इसी महीने 15 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में  भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई।

इसमें भारत के एक कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए।

इस मुठभेड़ में चीन के भी कुछ सैनिक मारे गए थे लेकिन अभी उनकी असल संख्या का पता नहीं चल पाया है।

पोंपियो से जब यह पूछा गया कि अमेरिका जर्मनी में अपनी सेना क्यों घटा रहा है तो पोंपियो ने कहा, वहां अमेरिकी सैनिक इसलिए नहीं हैं

क्योंकि उन्हें दूसरी जगहों पर तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के एक्शन भारत, वियतनाम, मलेशिया,

इंडोनेशिया और साउथ चाइन सी के लिए चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा,

“हम यह पक्का करने की कोशिश कर रहे हैं कि इस चुनौती से निपटने के लिए अमेरिकी सैनिकों की तैनाती सही तरीके से हो।”

America-shifts-military-from-europe-to-asia-to-face-chinese-threat-to-india-and-southeast-asia

पोंपियो ने पिछले हफ्ते भारत की सीमा पर तनाव बढ़ाने और साउथ चाइना सी के मिलिट्रीकरण के लिए चीन के सैनिकों की आलोचना की थी।

उन्होंने चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) को “दुष्ट अभिनेता” बताया था।

चीन की सरकार पर हमला करते हुए पोंपियो ने कहा कि चीन की सरकार चाहती है कि

दुनिया को फ्री करने के लिए NATO जैसी संस्थाओं के जरिए हमने जितनी भी तरक्की की है,

वह सब पलट जाए और बीजिंग को पसंद आने वाले नए नियम को अपना लें।

भारत-चीन सीमा विवाद में शहीद हुए 20 सैनिकों के लिए पोंपियो ने गहरा दुख व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, “चीन की पीपल्स लीबरेशन आर्मी (PLA) ने भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ाया है।

साउथ चाइन सी का मिलिट्रीकरण कर रही है और यहां अवैध तरीके से कब्जा कर रही है। यह समुद्री रास्तों के लिए भी खतरा है।

America-shifts-military-from-europe-to-asia-to-face-chinese-threat-to-india-and-southeast-asia

Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।