गलवान घाटी चीनी हिस्से में है,भारतीय सैनिकों ने सीमा पार, किया हमला: चीन का दावा
चीन ने दावा किया कि 15 जून की शाम भारतीय सैनिकों ने कमांडर लेवल की बातचीत में तय हुए एग्रीमेंट को तोड़ा और चीन की सीमा में घुस गए...
नई दिल्ली:China claim on Galwan Valley-चालाक चीन ने अब एक नया दावा किया है कि गलवान घाटी चीन का ही हिस्सा है।
लद्दाख(Ladakh) की गलवान घाटी(Galwan Valley)में ही भारतीय सैनिकों (Indian army)और चीनी सैनिकों (Chinese troops) के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए और
सूत्रों ने बताया कि चीन ने हमारे 10 सैनिकों को बंदी बना लिया था जिन्हें उच्चस्तर के अधिकारियों की बातचीत के बाद रिहा कर दिया गया।
अब चीन ने अपने नए दावे में न सिर्फ गलवान घाटी(China claim on Galwan Valley)को एलएसी(LAC) के अपने हिस्से में बताया है
बल्कि यह भी कहा है कि वह कई सालों से वहां चीनी सुरक्षा गार्ड गश्त लगा रहे है और अपनी ड्यूटी निभाते आ रहे है।
China's Foreign Ministry Spokesperson Zhao Lijian gave a step-by-step account of the Galwan clash and elaborated China's position on settling this incident: Embassy of China in India pic.twitter.com/I3HlJhUrIP
— ANI (@ANI) June 19, 2020
गौरतलब है कि शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक प्रेस नोट जारी किया और दावा कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC)के चीन की तरफ है।
इस प्रेस नोट में कमांडर स्तर की दूसरी बैठक दोनों देशों के बीच जल्द से जल्द करवाने की बात कही गई है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (China’s Foreign Ministry Spokesperson)झाओ लिजियान ने 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष का दोष फिर से भारत पर मढ़ा है और दावा किया है
कि 15 जून की शाम को भारतीय सैनिकों ने समझौता तोड़ा था और LAC को पार करके चीन के सैनिकों पर हमला किया था।
इतना ही नहीं, चीन ने यह भी दावा किया कि गलवान घाटी (Galwan Valley) वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) के चीन के हिस्से में आता (China claim on Galwan Valley)है।
चीन ने दावा किया कि 15 जून की शाम भारतीय सैनिकों ने कमांडर लेवल की बातचीत में तय हुए एग्रीमेंट को तोड़ा और चीन की सीमा में घुस (China accuse Indian soldiers to cross LAC attack) गए।
भारतीय सैनिकों ने जान-बूझकर दोनों देशों के बीच के हालात को खराब किया। जब चीनी सेना और अधिकारी वर्ग उनसे बात करने गया तो भारतीय सैनिकों ने उनपर हिंसक हमला कर दिया।
इसके बाद दोनों देशों के जवानों के बीच शारीरिक संघर्ष हुआ और जान-माल का नुकसान हुआ।
चीन (China) ने आगे यह भी कहा कि भारतीय सैनिकों ने हमें सीमा पर कम आंकते हुए एडवेंचर्स एक्ट किया, चीन के सैनिकों की जान को खतरे में डाला,
साथ ही दोनों देशों के बीच हुए सीमा समझौते का उल्लंघन (border violation) भी किया जोकि सीधा-सीधा इंटरनेशनल रिलेशनशिप का उल्लंघन है।
Since April this yr,Indian border troops have unilaterally&continuously built roads,bridges&other facilities at LAC in Galwan Valley.China lodged representations&protests on multiple occasions but India has gone further to cross LAC&make provocations:China's Foreign Ministry Spox
— ANI (@ANI) June 19, 2020
चीन के विदेश मंत्रालय ने अपनी ओर से जारी प्रेस नोट में कहा कि भारत(India) एलएसी (LAC) के पास गलवान घाटी (Galwan Valley) में निरंतर अप्रैल 2020 से सड़क निर्माण, पुल निर्माण और अन्य गतिविधियां कर रहा है।
चीन ने इन सब बातों पर भारत सरकार के सामने अपना विरोध जताया है लेकिन फिर भी भारतीय सेना बार-बार सीमा को पार करके हमें भड़काने का प्रयास करती रही।
By the early morning of May 6, the Indian border troops, who have crossed the LAC by night and trespassed into China's territory, have built fortification and barricades, which impeded the patrol of Chinese border troops:China's Foreign Ministry Spox
— ANI (@ANI) June 19, 2020
चीन ने यह भी दावा किया कि भारतीय सीमा सैनिकों ने 6 मई की सुबह तक, रातों रात चीन की सीमा में घुसकर बंकर और बैरिकेड्स बना लिए थे।
ताकि चीनी सैनिकों को पेट्रोलिंग करने से रोका जा सके।
आगे उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश राजनयिक और सैन्य जरिए से तनाव को कम करने के लिए संवाद कर रहे हैं।
तनावपूर्ण हालात (India-china face off) से निपटने के लिए कमांडर स्तर की दूसरी बैठक जल्द से जल्द होनी चाहिए।
भारत ने गलवान घाटी पर खारिज किया था चीन का दावाChina claim on Galwan Valley
गौरतलब है कि भारत ने चीन के दावे से एक दिन पहले ही गलवान घाटी पर चीन की सेना के संप्रभुता के दावे को खारिज कर दिया था और बीजिंग से कहा था कि वह अपनी गतिविधियां LAC के उस तरफ तक ही सीमित रखे।
On June 6, the border troops of both countries (China and India) held a commander-level meeting and reached consensus on easing the situation: China's Foreign Ministry Spokesperson
— ANI (@ANI) June 19, 2020
भारत का कहना है कि इस तरह का ‘बढा चढ़ाकर’ किया गया दावा 6 जून को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में बनी सहमति के खिलाफ है।
China claim on Galwan Valley