Delhi Riots 2020: JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद 10 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजे गए
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस वर्ष फरवरी में हुए दिल्ली दंगों में कथित भूमिका के आरोप में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया था...
North East Delhi Riots 2020: JNU ex student Umar Khalid sent 10 days police custody
नई दिल्ली: इसी साल उत्तर-पूर्वी दिल्ली (North East Delhi Riots 2020) में हुए दंगों के मामले में उमर खालिद (Umar Khalid) को दिल्ली पुलिस ने गैर कानूनी गातिविधि (निरोधक) कानून के अंतर्गत गिरफ्तार कर कोर्ट से 10 दिनों की हिरासत मांगी थी।
कोर्ट में आज खालिद की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दवारा हुई और कोर्ट ने पुलिस की अपील स्वीकार करते हुए उमर खालिद को 10 दिन पुलिस हिरासत(Umar Khalid sent 10 days police custody) में भेज दिया।
गौरतलब है कि रविवार को मध्यरात्रि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस वर्ष फरवरी में हुए दिल्ली दंगों में कथित भूमिका के आरोप में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने यह गिरफ्तारी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून यानी Unlawful Activities (Prevention) Act (UAPA) के अंतर्गत की गई है।
उमर खालिद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 11 घंटे लंबी पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार को उमर खालिद को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।
उमर खालिद को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
North East Delhi Riots 2020: JNU ex student Umar Khalid sent 10 days police custody
इस वर्ष फरवरी में हुई दिल्ली हिंसा(Delhi Violence) में 53 लोगों की मौत हुई थी। रविवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के लोधी कॉलोनी वाले दफ्तर में उमर खालिद को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
खालिद दोपहर एक बजे पहुंचे थे लेकिन शाम होते-होते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद से 31 जुलाई को भी पूछताछ की थी और तब उनका फोन भी सीज कर लिया गया था।
अब दिल्ली दंगों (North East Delhi Riots 2020) को लेकर दिल्ली पुलिस आने वाले दिनों में उमर खालिद के खिलाफ चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है।
जानें क्यों बनाया गया है उमर खालिद को दिल्ली दंगों में आरोपी?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उनके पास उमर खालिद के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
दर्ज एफआईआर में सब-इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने एक खबरी के हवाले से कहा है कि उमर खालिद ने किसी दानिश नाम के शख्स और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली दंगों की साजिश रची थी।
FIR के अनुसार, खालिद ने कथित तौर पर दो अलग-अलग जगहों पर भड़काऊ भाषण दिए।
यह FIR कहती है कि खालिद ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान नागरिकों से बाहर निकलकर सड़कें ब्लॉक करने को कहा ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रॉपेगैंडा फैलाया जा सके।
जानें कौन हैं उमर खालिद?-Who is Umar Khalid
दिल्ली के रहने वाले उमर खालिद के पिता स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के सदस्य और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से बैचलर्स डिग्री लेने के बाद उमर खालिद ने जेएनयू का रुख किया।
यहां से मास्टर्स और एम.फिल करने के बाद उन्होंने पीएचडी भी पूरी कर ली है।
पढ़ाई के साथ-साथ खालिद की दिलचस्पी ऐक्टिविज्म में भी रही है। जेएनयू से पीएचडी करने वाले उमर खालिद ने 2016 में पहली बार सुर्खियां बटोरीं।
जेएनयू(JNU) में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ कथित तौर पर एक कार्यक्रम हुआ।
इसी के बाद खालिद समेत तब जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और 7 अन्य स्टूडेंट्स के खिलाफ राष्ट्र्रद्रोह का केस दर्ज किया गया था।
कई राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित सेलेब्स और आम आदमी भी सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे है कि दिल्ली दंगों में अगर उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है
तो भाजपा के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता कपिल मिश्रा का नाम तक चार्जशीट में क्यों नहीं डाला गया,जबकि दोनों के पुख्ता वीडियोज सोशल मीडिया पर मौजूद है,जहां पर दोनों ने दिल्ली दंगों को भड़काने वाले भाषण दिए थे।
North East Delhi Riots 2020: JNU ex student Umar Khalid sent 10 days police custody