कोरोना और भारत-चीन सीमा विवाद के बीच रक्षा मंत्री का रूस दौरा कल
भारत LAC पर तनाव नहीं बढ़ाएगा, लेकिन अगर दूसरा पक्ष तनाव बढ़ाता है तो फिर उसको उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा
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नयी दिल्ली (समयधारा) : एक तरफ कोरोना वायरस का प्रकोप तो दूसरी तरफ LAC पर जारी तनाव l
देश में हालात काफी चिंताजनक बने हुए है l भारत चीन सीमा के बीच चल रहे विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जो कल रूस जा रहे है,
उन्होंने रविवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (Chief of Defence Staff) जनरल विपिन रावत (Gen Bipin Rawat),
आर्मी चीफ (Army Chief) जनरल एम एम नरवणे (Gen MM Naravane) नेवी चीफ (Navy Chief) एडमिरल करमबीर सिंह (Admiral Karambir Singh)
और एयर चीफ मार्शल (Air Chief Marshal) आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) के साथ मीटिंग की।
इस मीटिंग में सेनाओं की तैयारियों की समीक्षा की गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मीटिंग में फैसला लिया गया है कि भारत LAC पर तनाव नहीं बढ़ाएगा,
लेकिन अगर दूसरा पक्ष तनाव बढ़ाता है तो फिर उसको उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा।
गौरतलब है कि देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल रूस जा रहे हैं।
अपनी यात्रा से पहले उन्होंने समीक्षा बैठक की। यह बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई थी।
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इस मीटिंग के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरों के बलिदान को याद करते हुए ट्वीट किया था।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, गालवान में सैनिकों का नुकसान (Loss) दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने वीरता का परिचय दिया है।
The loss of soldiers in Galwan is deeply disturbing and painful. Our soldiers displayed exemplary courage and valour in the line of duty and sacrificed their lives in the highest traditions of the Indian Army.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 17, 2020
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि भारतीय सेना को पूर्वी लद्दाख और अन्य सेक्टरों में चीन के किसी भी दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने को कहा गया है।
सिंह ने सेना के अधिकारियों को जमीनी सीमा, हवाई क्षेत्र और रणनीतिक समुद्री मार्गों में चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि इसके पहले पीएम मोदी ने भी साफ तौर पर कहा था कि सेना अपनी जमीनी हालात को देखते हुए जैसा जरूरत पड़े वह निर्णय लें और कार्रवाई करें।
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