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EXCLUSIVE-आखिर क्यों बनना पड़ा विद्या को कोठे की मालकिन!

विद्या बालन की फिल्म बेगम जान का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ है। हर जगह जहां पर ट्रेलर की चर्चा है वहां पर हम आपको फिल्म की शूटिंग का एक बेहद ही चौंकाने वाला वाक्या बता रहे हैं जिसे खुद विद्या बालन ने हमें बताया है। विद्या ने बताया कि फिल्म की शूटिंग के दौरान अक्सर उनकी टीम में काम कर रहीं बाकी लड़कियों से झड़प हो जाती थी, क्योंकि वह सभी चाहती थीं कि वह मेकअप लगाए और सुंदर लगें ताकि पर्दे पर वह लोगों को पसंद आए। लेकिन विद्या उन्हें ऐसा करने नहीं देती थी, क्योंकि फिल्म की कहानी के हिसाब से सभी लड़कियों को इसमें रॉ मेकअप लगाना था जिससे उनका किरदार वास्तविक लगे। आपको बता दें कि विद्या की इस फिल्म् में एक नहीं बल्कि पूरी लड़कियों की फौज है जिसमें गौहर खान भी हैं।

एक मुलाकात में विद्या ने बताया कि इस फिल्म में सिवाय बेस लगाने के किसी ने एक भी मेकअप का कोट नहीं लगाया और इस कारण यह फिल्म खास बन गई।

एक से बढ़कर एक परफॉर्मेंस देने वाली विद्या बालन एक बार फिर दमदार परफॉर्मेंस के साथ पर्दे पर आने को तैयार हैं। इस मल्टीस्टारर फिल्म में नसीरुद्दीन शान, रतिज कपूर, आशीष विद्यार्थी से लेकर गौहर खान और इला अरुण जैसे एक्टर्स ने काम किया है। बंटवारे के समय की ये कहानी एक कोठे के बारे में है जो हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बॉर्डर के बीच में पड़ता है। विद्या बालन इस कोठे की मालकिन हैं जिनके साथ और भी की लड़कियां रहती हैं। वह इन सभी के साथ मिलकर अपने घर को बचाने की लड़ाई लड़ती हैं। उनका कहना है कि वह भिखमंगों की तरह नहीं रानी की तरह मरना चाहती हैं अपने महल में।

ट्रेलर में सभी कलाकार इंप्रेसिव नजर आ रहे हैं। वही चंकी पांडेय हैं जिन्हें आप पहचान नहीं पाएंगे। जी हां, वह अपने अबतक के सबसे अलग लुक में नजर आ रहे हैँ। श्रीजीत मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म बंगाली फिल्म राजकहिनी की रीमेक है। राजकहिनी को भी स्रीजीत ने ही डायरेक्ट किया था। यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होनी है।

ट्रेलर में आपको कई गालियां भी सुनने को मिलेंगी , लेकिन आपको यह जानकार और भी ज्यादा आश्चर्य होगा कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म से कुछ शब्दों को हटाने को नहीं कहा है। यह ऐसे शब्द हैं जिन्हें लेकर सेंसर बोर्ड अक्सर सख्त ही रहता है। सेंसर बोर्ड के इस रवैये से खुद डायरेक्टर भी हैरान थे। फिल्म से कुछ गालियों वाले शब्दों को पहले ही कांट छांट दिया था और ऐसा सेंसर बोर्ड के नियमों की वजह से हुआ था।

 

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Sonal

सोनल कोठारी एक उभरती हुई जुझारू लेखिका है l विभिन्न विषयों पर अपनी कलम की लेखनी से पाठकों को सटीक जानकारी देना उनका उद्देश्य है l समयधारा के साथ सोनल कोठारी ने अपना लेखन सफ़र शुरू किया है l विभिन्न मीडिया हाउस के साथ सोनल कोठारी का वर्क एक्सपीरियंस 5 साल से ज्यादा का है l

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