भगोड़े कारोबारियों विजय माल्या,नीरव मोदी,मेहुल चोकसी की 9,371 करोड़ की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर
तीनों भगोड़े कारोबियों(Vijay-Mallya-Nirav-Modi-Mehul-Choksi)ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों को अपनी कंपनियों के माध्यम से बड़ी रकम की हेराफेरी करके धोखा दिया है, जिसके कारण बैंकों को कुल 22,585.83 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ था...
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नईदिल्ली:देशवासियों को करोड़ों का चूना लगाने वाले भगोड़े कारोबारी विजय माल्या,नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की जब्त की गई कुल 9,371 करोड़ की संपत्ति ईडी ने सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दी है।
जिससे इनके द्वारा किए गए धोखाधड़ी के कारण हुए नुकसान की भरपाई की जा सकें।
प्राप्त रिपोर्ट्स के अनुसार,ED ने भगोड़े कारोबारियों द्वारा देश को पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के पीड़ित बैंकों को 8441.5 करोड़ रुपये की कुर्क संपत्तियां हस्तांतरित कीं है।
जिन्हें विजय माल्या, नीरव मोदी द्वाराधोखाधड़ी के कारण नुकसान हुआ था।
गौरतलब है कि तीनों भगोड़े कारोबियों(Vijay-Mallya–Nirav-Modi–Mehul-Choksi)ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों को अपनी कंपनियों के माध्यम से बड़ी रकम की हेराफेरी करके धोखा दिया है, जिसके कारण बैंकों को कुल 22,585.83 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ था।
ED not only attached/ seized assets worth of Rs. 18,170.02 crore (80.45% of total loss to banks) in case of Vijay Mallya, Nirav Modi and Mehul Choksi under the PMLA but also transferred a part of attached/ seized assets of Rs. 9371.17 Crore to the PSBs and
Central Government.— ED (@dir_ed) June 23, 2021
इसी दिशा में CBI ने FIR दर्ज की और प्रवर्तन निदेशालय ने घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के अनगिनत मामलों का पता लगाया, साथ ही विदेशों में संपत्ति होने की भी बातें सामने आईं।
साथ ही जांच में यह भी सामने आया कि तीनों आरोपियों ने नकली संस्थाओं का इस्तेमाल कर बारी बारी से बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए गए रुपयों का गबन किया।
मामले में फौन कदम उठाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने 18 हजार 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की, जिसमें विदेशों में स्थित 969 करोड़ की संपत्ति शामिल हैं।
अब तक जब्त की गई कुल संपत्ति बैंकों को हुए नुकसान का 80.45 फीसदी है। ED की जांच में सामने आया है कि ज्यादातर संपत्तियों का बड़ा हिस्सा किसी फर्जी कंपनी, तीसरे पक्ष या ट्रस्ट के नाम पर जुटा रखी थी।
ईडी ने बताया कि कि 9,371.17 करोड़ रुपये की कुर्की/जब्त संपत्ति का एक हिस्सा भी PSB और केंद्र सरकार को ट्रांसफर किया (Vijay-Mallya-Nirav-Modi-Mehul-Choksi-seized-assets-transferred-to-banks) है।
रिपोर्ट के मुताबिक, विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने मिलकर भारतीय सरकारी बैंकों को करीब 22,585 करोड़ का चूना लगाया है।
जिसमें से इन तीनों की 18,170 करोड़ की संपत्ति ईडी ने सीज हो चुकी है। यह कुल नुकसान का 80.45 फीसदी है।
ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली गई।
आपको बता दें बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पण के लिए वहां अदालती मामलों का सामना कर रहा है और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। साल 2019 में ब्रिटेन के तत्कालीन गृह सचिव ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी।
फिलहाल भारतीय जांच एजेंसी ED और CBI मामले की जांच कर रहे थे तभी माल्या 2 मार्च, 2016 को भारत छोड़कर फरार हो गया जिसके बाद बैंकों ने आरोपी के खिलाफ डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल्स का रुख किया। जनवरी 2019 में माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था।
वहीं, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी, 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक(PNB Scam)से लोन लेने के धोखाधड़ी मामले में जनवरी 2018 में भारत से भाग गए।
चोकसी फिलहाल डोमिनिका की जेल में बंद है, जबकि मोदी ब्रिटेन की जेल में बंद है।
(इनपुट एजेंसी से भी)
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