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नहीं रहेगा सिर पर एक सफेद बाल, इन पत्तों से 1हफ्ते में हो जाएंगे सारे काले बाल

नई दिल्ली,1 मार्च : सफेद बाल आज हर उम्र के शख्स की परेशानी है फिर चाहे बच्चा हो,  जवान या बूढ़ा। इन्हें काला करने के लिए आप क्या नहीं करते और नतीजा ढाक के तीन पात। अगर आप भी महंगे शैंपू और बेशुमार उपाय करके थक चुके है तो आज हम आपको ऐसा अचूक घरेलू उपाय बताने जा रहे है जिससे न केवल आपके बालों की हेल्थ ठीक होगी बल्कि असमय सफेद हुए बाल भी काले हो जाएंगे। बस एक पत्ती की मदद से आप अपने सफेद बालों को काला कर सकते है और उन्हें झड़ने व रूसी से भी बचा सकते है।

इस पत्ती से बना पाउडर आपके बालों को महज एक हफ्ते में ही काला कर देता है।चलिए बताते है कौनसी है ये पत्ती-अमरूद के पत्तों से आपके बाल न केवल काले हो सकते है बल्कि इनका झड़ना और रूसी भी बंद हो जाएगी।

ऐसे बनाएं अमरूद के पत्तों से पैक

अमरूद की पत्तियां बालों को काला बना देती है (तस्वीर,साभार-गूगल सर्च)

अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। इन पत्तियों से बना हेयर पैक न सिर्फ आपके बालों को झड़ने से रोकेगा बल्कि सफेद हो चुके बालों को भी दोबारा काला बना देगा।

अमरूद के पत्तों से बना हेयर पैक बहुत लाभकारी होता है। इसे बनाने के लिए आपको अमरूद की पत्तियों को कढ़ी पत्तियों के साथ इस्तेमाल करना है। इसके लिए मुट्ठीभर कढ़ी पत्तियां लेकर उनमें 4-5 अमरूद की पत्तियों को मिक्स करना है और फिर उन्हें उबालना है। अब पंद्रह मिनट बाद इस पानी को ठंडा होने के लिए रख छोड़े। जैसे ही पानी ठंडा हो जाए इससे अपना सिर धो लें। अब पांच मिनट के पश्चात अपने बालों को किसी बेहतर शैंपू से धो डालें। बस अब आप देखेंगे कि इसके सेवन से आपके असमय सफेद हुए बाल हफ्तेभर में ही काले हो चले है।

रूसी में भी है लाभकारी

अमरूद की पत्तियां रूसी की समस्या में भी लाभकारी है। मौसम सर्दी का हो या गर्मी का बदलते मौसम की मार रूसी के रूप में बालों पर जरूर पड़ती है। ऐसे में इस घरेलु उपाय से जिसे बनाना भी आसान है आप अपने बालों को स्वस्थ रूसी रहित बना सकते है। इसके लिए अमरूद की 15-20 पत्तियां लेकर उन्हें पीस लें। इनका पाउडर बनाकर इसमें 2 से 3 बूंदे नींबू का रस मिला लें। अब इस पेस्ट को अपने सिर पर 20 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। इसके बाद किसी भी माइल्ड शैंपू से सिर धो लें। ऐसा करने से आप देखेंगे कि रूसी की समस्या से छुटकारा मिल गया है।

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Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

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