Editorial On Delhi Elections Congress Role In BJP Victory Was The Reason For AAP’s Defeat
नईं दिल्ली (समयधारा) : दिल्ली चुनाव के नतीजे आ गएl बीजेपी को 27 साल बाद दिल्ली की जनता ने उन्हें सत्ता की चाभी सौंप दी l
अब कुछ सवाल ऐसे है जिनका सटीक विश्लेषण करना जरुरी है l जैसे की
- क्या आप को नहीं मिला भाव..?
- बीजेपी का चला सच में दाव..?
- कांग्रेस का दिल्ली में भविष्य ..?
- केजरीवाल का देश भर की राजनीतिक में स्थान..?
- पंजाब सहित अन्य राज्यों में आप की हार का असर..?
- Editorial On Loksabha Election-क्या इन नतीजों से बदलेगा भारत की राजनीति का भविष्य
- बीजेपी का चुनावी माइक्रो तंत्र/RSS का असर…?
- विपक्ष का देश भर में भविष्य एकता या बिखरना..?
इन्ही तरहों के कई सवाल लोगों के मन में आ रहे है, वही आप के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी देश भर में सवाल उठ रहे हैl
Editorial On Delhi Elections Congress Role In BJP Victory Was The Reason For AAP’s Defeat
ऐसे में जानना जरुरी है की दिल्ली के चुनावी नतीजों का देश भर की राजनीति पर क्या प्रभाव पडा है l
इस के साथ ही विपक्ष को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैl हमारे आज के इस संपादकीय में आप कुछ ऐसे ही महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सटीक राय को जानेंगेl
BREAKING NEWS दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर, सिसोदिया-केजरीवाल हारे, आतिशी जीती
- क्या आप को नहीं मिला भाव..?
आम आदमी पार्टी और बीजेपी की सीधी लड़ाई में आम आदमी पार्टी को एक अनापेक्षित हार का सामना करना पडा l
आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल सहित मनीष, सिसोदिया-सत्येन्द्र जैन, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज की हार ने आप पार्टी पर ही कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैl
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है की अब आप की राजनीति खत्म हो जायेगी l
Editorial On Delhi Elections Congress Role In BJP Victory Was The Reason For AAP’s Defeat
70 में से 22 सीट जितने के बाद भी कई लोगों का मानना है की आप का वजूद अगले पांच साल में दिल्ली में खत्म हो जाएगाl
पर क्या सच में आप को दिल्ली की जनता ने नकार दिया है l कल के नतीजों से ऐसा नहीं लगता..?
ऊपरी तौर पर सभी लोगों को यही लग रहा है की बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को पटखनी दे दी l पर क्या सच में ऐसा ही हुआ है l
दिल्ली के चुनावी नतीजों में आप को कुल 22 सीटें मिली l लेकिन आप के कुल 14 उमीदवारों को हार बीजेपी के वजह से नहीं बल्कि कांग्रेस की वजह से मिली..? इन 14 सीटों पर हार का कारण कांग्रेस रही l जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल सहित उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया , सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज सहित कई कद्दावर नेताओं की हार है l
Editorial On Loksabha Election-क्या इन नतीजों से बदलेगा भारत की राजनीति का भविष्य
पहले जान लेते है यह 14 सीट कौन-कौन सी है..?
Editorial On Delhi Elections Congress Role In BJP Victory Was The Reason For AAP’s Defeat
- संगम विहार : चंदन कुमार चौधरी-BJP:54049 (+ 344), दिनेश मोहनिया-AAP:53705 (-344), हर्ष चौधरी-CON:15863 ( -38186)
- जंगपुरा : तरविंदर सिंह मरवा-BJP 38859 (+ 675) : मनीष सिसोदिया-AAP: 38184 (-675) फरहाद सूरी-CON: 7350 (-31509)
- राजिंदर नगर : उमंग बजाज-BJP:46671 (+1231) दुर्गेश पाठक-AAP:45440 (-1231) विनीत यादव-CON:4015 (-42656)
- मादीपुर: -कैलाश गंगवाल-BJP: 52019 (+10899), राखी बिरला-AAP:41120 (-10899), जे पी पनवार-CON: 17958 (-34061)
- मालवीय नगर : सतीश उपाध्याय-BJP:39564 (+ 2131), सोमनाथ भारती-AAP: 37433 (-2131), जितेंद्र कुमार कोचर-CON: 6770 ( -32794)
- नईं दिल्ली : परवेश साहिब सिंह-BJP:30088 (+4089),अरविंद केजरीवाल-AAP:25999 (-4089), संदीप दीक्षित-CON: 4568 (-25520)
- बादली : दीपक चौधरी-BJP-61192 (+15163) AAP: 46029 ( -15163) CON: 41071 ( -20121)
- छतरपुर : करतार सिंह तंवर-BJP:80469 (+6239) ब्रह्म सिंह तंवर-AAP:74230 (-6239), राजेन्द्र सिंह तंवर-CON: 6601 (-73868)
- महरौली : गजेंद्र सिंह यादव-BJP:48349 (+1782),महेंद्र चौधरी-AAP:46567 ( -1782), बालयोगी बाबा बालकनाथ-CON: 9731 (-38618).
- नांगलोई जाट : मनोज कुमार शोकिन-BJP:75272, (+26251), रघुविंदर शोकीन-AAP:49021 ( -26251), रोहित चौधरी-CON: 32028 (-43244)
- तिमारपुर : सूर्य प्रकाश खत्री-BJP: 55941 (+1168), सुरेंदर पाल सिंह AAP:54773 (-1168), लोकेंद्र कल्याण सिंह-CON:8361 (-47580)
- त्रिलोकपुरी: रविकांत-BJP:58217 (+392),अंजना पर्चा -AAP:57825 (-392) अमरदीप-CON:6147 ( -52070)
- ग्रेटर कैलाश: शिखा राय BJP: 49594 (+3188), सौरभ भारद्वाज AAP: 46406 (-3188),गर्वित सिंघवी CON: 6711 (-42883)
- मुस्तफाबाद: मोहन सिंह बिष्ट-BJP:85215 (+17578), आदील अहमद खान-AAP:67637 (-17578), मोहम्मद ताहिर हुसैन-AIMIM: 33474 ( -51741)
क्या है 5 राज्यों के चुनाव नतीजों के मायने,पक्ष-विपक्ष की कौन सी चाल हुई कारागार
- बीजेपी का चला सच में दाव..?
अब इन सीटो पर जीत की मार्जिन बीजेपी के लीये 350 से शुरू हुआ, जो उसके लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है l
इन सीटो पर जहाँ कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही और उसने बीजेपी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई l
अगर यह 14 सीट निकाल दे तो बीजेपी को सिर्फ 34 सीट मिलती और सत्ता की चाभी आम आदमी पार्टी के हाथ में होतीl
बीजेपी ने दिल्ली में जीत के लिए सभी ताकत झोक दी l शाम-दाम-दंड-भेद सहित ऐसी कोई भी चीज नहीं है जिसे बीजेपी ने अपनाया नहीं हो l
चाहें मुफ्त की रेवड़ियाँ हो या फिर नेताओं का खुले आम पैसा बाटना l या फिर फर्जी वोटर की बात l बीजेपी ने जीत के लिए हर दांव खेला l पर उसका एक भी दांव काम नहीं आया..? कांग्रेस के जीरो ने बीजेपी को हीरो बनायाl
महिला आरक्षण – सरकारी जूमला या सच में महिलाओं के हित की है बात
अगर कांग्रेस ने आप के साथ हाथ मिला लिया होता तो नतीजे कुछ और ही होतें l दिल्ली में कोई बीजेपी की लहर नहीं उठी l
Editorial On Delhi Elections Congress Role In BJP Victory Was The Reason For AAP’s Defeat
उसके 48 विधायक जो जीत कर आये है उनमे ज्यादातर सांसदों की जीत का अंतर बेहद ही कम है l
अगर बीजेपी की सुनामी होती तो जीत का अंतर काफी होता l जो हुआ नहींl
इसलिए अगर बीजेपी इस ख़्वाब में जी रही है की बीजेपी का दाव चल गया या मोदी का जादू चल गया तो यह कहना गलत होगा l
- कांग्रेस का दिल्ली में भविष्य ..?
कांग्रेस को भले ही 6.26 प्रतिशत वोट मिले हो पर यह वोट उसे अपनी खोयी हुई जगह को दिल्ली में वापस लाने के लिए काफी है l
उस के यह वोट आप सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के लिए यह संकेत है की उसे हल्के में लेने की गलती न करें l
अब कांग्रेस को अगले 5 साल में आप के भरोसे नहीं बल्कि अपने बूते पार्टी कार्यकताओं में जोश भरना होगा l यह जीरो की जो हैट्रीक जो उसे दिल्ली में मिली है उससे सबक लेकर उसे अगले 5 साल में मेहनत करनी है l
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- केजरीवाल का देश भर की राजनीतिक में स्थान..?
आप की इस हार ने खासकर केजरीवाल की हार ने आम आदमी पार्टी के लिए खतरे की घंटी बजा दी है l केजरीवाल ने पिछले दस सालों में अपनी आप पार्टी को केजरीवाल की पार्टी बना दिया था l इस चुनाव में उन्होंने एक बार फिर केजरीवाल का नारा दिया l
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पार्टी के कई पुराने लोगों ने केजरीवाल का साथ उनकी तनाशाही के वजह से छोड़ दिया है l जिसका खामियाजा उन्हें इस चुनाव में भुगतना पड़ा l पंजाब को छोड़ केजरीवाल को अपनी साख बचाने के लिए अब और अधिक मेहनत करनी होगी l विधानसभा में आप के 22 सदस्यों को एक जुट बनकर हर मुद्दे पर बीजेपी के साथ मजबूती के साथ अपना पक्ष रखना होगा l आने वाले दिनों में देश में खासकर पंजाब के सभी आप विधायकों को आम आदमी पार्टी में बचा कर रखना होगा l अब केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है की बिना विचारधार वाली पार्टी आप को संजोकर बचाकर एक बार फिर किस तरह से देश भर में अपने आप को खड़ा रख सकें l
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- पंजाब सहित अन्य राज्यों में आप की हार का असर..?
आप की हार का सबसे ज्यादा असर पंजाब की राजनीति में होगा l पंजाब में आने वाले दिनों में जोरदार उधल-पुथल देखने को मिल सकती है l
भगवंत मान सहित आप के सभी विधायक कही किसी अन्य पार्टी में न चले जाएँ l
जैसे महाराष्ट्र में हुआ है वैसे ही पंजाब में खेल न हो जाए l यह हार केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के लिए बेहद ही ख़राब स्थिति लेकर आई है l
महज 14 साल पुरानी इस पार्टी के सामने अपने वजूद को बचाकर रखना बेहद ही जरुरी हैl
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- बीजेपी का चुनावी माइक्रो तंत्र/RSS का असर…?
बीजेपी ने इस जीत को बेहद ही ख़ास बताया है l उसने इस जीत के लिए अपने कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा कियाl
सभी कार्यकर्ताओं ने मेहनत की पर इस जीत में जो सबसे बड़ी बात बीजेपी के लिए सामने आई वो है बीजेपी का माइक्रो तंत्र l
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इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है l वही आरएसएस का भी इस जीत में महत्वपूर्ण रोल बताया जा रहा है l
आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के लिए 2022 से ही दिल्ली में काम करना शुरू कर दिया था l याद रखियं जीत के कई चेहरें होते है और हार का कोई नहीं l
बीजेपी के यह जीत बीजेपी के माइक्रो तंत्र की जीत बताई जा रही है l महाराष्ट्र हरियाणा और अब दिल्ली की जीत बीजेपी के बुध लेवल तक की पकड़ का है परिणाम है l
- विपक्ष का देश भर में भविष्य एकता या बिखरना..?
अब सबसे अहम मुद्दा है विपक्ष का l इस बार के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ दो विपक्ष ने चुनाव लड़ा l
एक अकेली कांग्रेस ने तो दूसरी दिल्ली में सत्ताधारी आप ने l अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में यह दोनों पार्टियाँ इंडिया गठबंधन की सदस्य थी l
इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियों ने आम आदमी पार्टी को सपोर्ट किया l जिसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस अकेली पड़ गयी l
कांग्रेस निराश नहीं हुई, उसने न सिर्फ अपने वोट प्रतिशत में 2 प्रतिशत की छोटी पर बेहद ही महत्वपूर्ण बढ़त ली l बल्कि आप को सत्ता से बेदखल कर दिया..!!
जिसका नतीजा यह हुआ की आप की हार का सबसे बड़ा कारण वही बनी जैसा की हमने अपने पहले ही बताया की करीब 13 से 14 सीट के कारण बीजेपी की दिल्ली में वापसी हुईl
यह पदक नहीं वो सपने है-जो प्रेरित करते है-सपने देखने और उन्हें सच करने के लिए
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यहाँ यह बताना जरुरी है की आप ने यही हाल हरियाणा में कांग्रेस का किया था l वहां पर भी आप ने कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा था l
जिसका खामियाजा कांग्रेस को कई सीटों पर हार के साथ उठाना पडा l गोवा में भी आप ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाकर कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया l
इसका मतलब यह है की विपक्ष को न सिर्फ लोकसभा चुनाव में बल्कि विधानसभा चुनाव में भी एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा l
अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले अन्य राज्यों के चुनाव में एक बार फिर उनके हाथ निराशा ही लगेगी l
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