गांधी जयंती – मैंने ये गलती की..?

गांधी जयंती पर विशेष लेख - आज के गांधी की मौजूदगी उसके आदर्शों पर फोकस

गांधी जयंती - हाँ मैं ज़िंदा हूँ…गांधी तेरे देश में हमने तुझे ही बेच डाला…

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

नईं दिल्ली (समयधारा) : दोस्तों आज गांधी जयंती है और फिर देश भर में ही नहीं विदेशों में गांधी जी को याद किया जाएगा l

जरुरी भी है गांधी को याद करना पर सिर्फ आज ही के दिन l कल मोदी जी ने देश भर में गांधीजी के नाम से बहुत बड़ा स्वच्छता अभियान चलाया l

देश भर के करोड़ों लोगों ने इसमें हिस्सा लिया l मॉडर्न ज़माने में – चुनावी सालों में इसकी सेल्फी ली और उसे अपलोड किया l

Gandhi Jayanti 2023-आज देश मना रहा है 154वीं गांधी जयंती,’अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ पर विश्व कर रहा बापू को नमन

अपनी-अपनी स्वच्छता पूरी दुनिया को दिखलाई वाह हर सेल्फी अपने आप में स्वच्छता की एक मिशाल है l

पर शर्म से झुक गया मेरा सर जब इन सेल्फीयों के बीच मुझे एक भी वो सेल्फी नजर नहीं आयी

जिसमे किसी ने समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार का सफाया कर उसकी सेल्फी भेजी हो…!

या किसी ने अपने अंतर मन को पूरी तरह से तो नहीं पर अंश मात्र भी साफ़ कर लोगों को माफ़ कर उसकी सेल्फी भेजी हो..!!

या किसी ने अपने अड़ोस-पड़ोस में फ़ैल रहे एक अनजाने डर का खात्मा कर या कोई रूढ़िवादी परंपरा का खात्मा कर उसकी सेल्फी भेजी हो…!!!

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

गांधी फिर से जिंदा हो जाता अगर आज एक ऐसी सेल्फी जिसकी उसने कल्पना की थी किसी ने खिची होती..!

गांधी फिर से हमारे बीच होता जब उसके विचारों को नोटों पर न उतार कर किसी ने अंतर्मन से अपने जीवन में उतारा होता l

गांधी वो हथियार है जिसका सभी ने अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से इस्तेमाल किया और जरुरत न पड़ने पर उसे कमरे के एक कौने में साल भर के लिए छोड़ दिया l

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

हंसी तो बहुत आती है और दुःख भी बहुत होता है गांधी की यह दुर्दशा देखकर जिसे आज 2 अक्टूबर को ज़िंदा करते है और साल के 364 दिन यानी रोज उसका खून करते है उसका इस्तेमाल करते है l

Gandhi Jayanti Special:आज नोट-वोट पर ‘गांधी’ का मोल,लेकिन मूल्य ‘बेमोल’

बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा होगा आप लोगों को की फिर लेक्चर दे रहा हूँ मैं..! और खुद गांधी को मार रहा हूँ मैं..!

मज़बूरी में या जानबूझकर जानें या अनजाने की गयी गलती कभी-कभी एक गुनाह को जन्म देती है और वो गुनाह न सिर्फ सामने वालों को दर्द देता है उस गुनाह की जद में आप भी हम भी आ जाते है l

वो कहावत है न “करे कोई और भरे कोई” या “कथनी करनी में अंतर” ऐसी कई कहावतें हमारे ऊपर सटीक बैठती है l

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

चलो छोडो कुछ ज्यादा ही इमोशनल हो गया.. अब बात करते है गांधी की आज के गांधी की

गांधी कहते सबसे…  क्या ज़िंदा हूँ मैं ..?

स्वच्छता की तस्वीरों-सेल्फीयों  में,   क्या ज़िंदा हूँ मैं..? 

या फिर 100-500 की नोटों में ,  क्या ज़िंदा हूँ मैं..?

सरकारी हुक्मरानों की जेब में ,  क्या ज़िंदा हूँ मैं..?

 या फिर नेताओं के स्वार्थ में ,   क्या ज़िंदा हूँ मैं..?

हर घोटालें की अगुवाई में,   क्या ज़िंदा हूँ मैं..?

हाँ -हाँ मैं ज़िंदा हूँ …!!

मैं ज़िंदा हूँ … स्वच्छता की सेल्फियों में

मैं ज़िंदा हूँ… नेताओं के भाषणों में

मैं ज़िंदा हूँ… रिश्वत लेते उन नोटों में

मैं ज़िंदा हूँ…भ्रष्टाचार की दुकानों में  

मैं ज़िंदा हूँ… हिन्दू मुस्लिम के झगड़ों में   

सच में मैं ज़िंदा रह गया हूँ तो बस इन सब झमेलों में…

मैं ज़िंदा हूँ….  मैं ज़िंदा हूँ….

  • इस लाचार बेबसी से भरी दुनिया में,
  • अलग-थलग पडा कमरे के एक कौने में,
  • उस अटैची में जिसे जब जो चाहे इस्तेमाल करें…

2 अक्टूबर गांधी जयंती विशेष : ब्लैक एंड व्हाइट ज़माने से आज के रंगबिरंगे गांधी

हर बार मुझे गांधी के ज़िंदा होने का अहसास होता है, नेताओं के उन भाषणों में गांधी के होने का अहसास तो होता है

पर फिर कुछ ऐसा होता है… जिससे यह सवाल उठाता है क्या सच में गांधी ज़िंदा है..?

बताओं क्या गांधी ज़िंदा है…? अगर आप कहते है कि गांधी ज़िंदा है या फिर मैं कहूँ गांधी ज़िंदा है…

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

तो हम सबसे बड़े गुनहगार है उस गांधी के जिसे नाथूराम गोडसे ने मारा था उस गांधी ने जिसने देश को आजाद कराया था l

गांधी को नाथूराम ने नहीं हमने मारा है…!!!  न सिर्फ हर रोज उनकी ह्त्या की है,

बल्कि उसके शव को हम हर रोज तडपा-तडपा कर खंडित कर रहे है l हम गांधी के आदर्शों का हर दिन खून कर रहे है l

कहाँ है गांधी का वो देश…?  कहाँ है गांधीवादी लोग…?  कहाँ है गांधी जैसी सोच…? जिसका सपना गांधी ने देखा था l

गांधी तो सिर्फ एक था जिसका जन्म 2 अक्टूबर को हुआ था पर उस गांधी को मारने वाले अनेकों लोग है l

हिन्दू-मुस्लिम करते-करते-आपस में लड़ कर हमने गांधी के विचारों को जीते जी मार डाला l

गांधी तेरे देश में हमने तुझे ही बेच डाला

हर तरफ तुझे ज़िंदा कर अपना स्वार्थ निकाला

कभी नोटों पर तो कभी दीवारों पर तस्वीरों में

तुझे ज़िंदा कर इंसानियत का खून कर डाला

देख गांधी तेरे देश में हमने तुझे ही बेच डाला

तुझे रोज ज़िंदा कर मैंने तेरा बजूद मिटा डाला 

देख गांधी तेरे देश में हमने तुझे ही बेच डाला 

हिन्दू-मुस्लिम जातीवाद में देश का निकाला दिवाला 

देख गांधी तेरे देश में हमने तुझे ही बेच डाला 

Mahatma-Gandhi-Jayanti-2023 in-your-country-we-sold-you-gandhi

Dharmesh Jain: धर्मेश जैन www.samaydhara.com के को-फाउंडर और बिजनेस हेड है। लेखन के प्रति गहन जुनून के चलते उन्होंने समयधारा की नींव रखने में सहायक भूमिका अदा की है। एक और बिजनेसमैन और दूसरी ओर लेखक व कवि का अदम्य मिश्रण धर्मेश जैन के व्यक्तित्व की पहचान है।