
नई दिल्ली:#Rahul Gandhi tweet NoMo Jobs on Unemployment Report– कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बेरोजगारी के मसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
उन्होंने देश में वर्ष 2017-18 की बेरोजगारी दर 45 वर्षो की तुलना में सबसे ज्यादा रहने को लेकर प्रधानमंत्री पर तंज कसा। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी को ‘तानाशाह’ बताते हुए कहा कि रोजगार पैदा करने का उनका वादा मुसीबत बन गया और मोदी सरकार के कार्यकाल का अंत होने का समय आ गया है।
#Rahul Gandhi tweet NoMo Jobs on Unemployment Report-
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया। पांच साल बाद उनकी रोजगार सृजन रिपोर्ट लीक होने पर उसका खुलासा राष्ट्रीय आपदा के रूप में होता है। बेरोजगारी इस समय 45 सालों में सबसे ज्यादा है, सिर्फ एक वित्तवर्ष 2017-18 में युवा बेरोजगारों की संख्या 6.5 करोड़ हो गई है। यह समय नो मो 2 गो (मोदी के के जाने) का समय है।”
NoMo Jobs!
The Fuhrer promised us 2 Cr jobs a year. 5 years later, his leaked job creation report card reveals a National Disaster.
Unemployment is at its highest in 45 yrs.
6.5 Cr youth are jobless in 2017-18 alone.
Time for NoMo2Go. #HowsTheJobs pic.twitter.com/nbX4iYmsiZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 31, 2019
उन्होंने मोदी के ‘हाउ इज द जोश’ नारे का ‘हाउ इज द जॉब्स’ (#HowsTheJobs) पूछकर मजाक उड़ाया।
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार के नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (NSSO) की रिपोर्ट को छिपाए जाने के पीछे की वजह उच्च बेरोजगारी दर को बताया।
उन्होंने कहा, “बेरोजगारी दर 45 सालों में सबसे ज्यादा है। यही वजह है कि एनएसएसओ की रिपोर्ट को छिपाया गया है।”
सुरजेवाला ने कहा, “यही वजह है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। दो करोड़ नौकरियों का वादा एक मजाक साबित हुआ।”
उन्होंने कहा, “देश ऐसी सरकार नहीं चाहता, जो अपने युवाओं का भविष्य ही खतरे में डाल दे।”
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया, “सिर्फ पांच सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और बेरोजगारी 45 सालों के उच्च स्तर पर पहुंच गई।”
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में, एनएसएसओ के आंकड़ों की तुलना की गई है। इसका हवाला देते हुए कहा गया है कि देश की बेरोजगारी दर 45 सालों के मुकाबले सबसे ज्यादा हो गई है। बेरोजगारी दर 2017-18 में 6.1 फीसदी तक पहुंच चुकी है।
–आईएएनएस