Bihar Floor Test:बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार का फ्लोर टेस्ट,शह-मात का खेल जारी
चूंकि आज नीतीश कुमार नेतृत्व की एनडीए सरकार का बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट है। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएंगी। जहां नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के सभी विधायकों की बाड़ाबंदी करने में लगे है तो वहीं,अब विपक्षी महागठबंधन में शामिल मुख्य पार्टी आरजेडी जिसके मुखिया तेजस्वी यादव है और राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव है,ने भी अपने-अपने विधायकों की घेराबंदी कर दी है।
नई दिल्ली:Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav-बिहार(Bihar)में सियासी तूफान उफान पर है।
एक बार फिर पाला बदलने वाले नीतीश कुमार(Nitish Kumar)नित एनडीए(NDA) गठबंधन सरकार का आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना(Bihar-Floor-Test-today)है।
नीतीश कुमार ने एक बार फिर भाजपा(BJP नेतृत्व वाली एनडीए(NDA)गठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना ली है लेकिन आज सोमवार, 12 फरवरी को नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU)है।
चूंकि आज नीतीश कुमार नेतृत्व की एनडीए सरकार का बिहार विधानसभा(Bihar Assembly) में फ्लोर टेस्ट है। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएंगी।
जहां नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के सभी विधायकों की बाड़ाबंदी करने में लगे है तो वहीं,अब विपक्षी महागठबंधन(Mahagathbandhan)में शामिल मुख्य पार्टी आरजेडी(RJD) जिसके मुखिया तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) है और राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव(Lalu Prasad Yadav)है,ने भी अपने-अपने विधायकों की घेराबंदी कर दी है।
बिहार विधानसभा फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा,जेडी(यू) सहित एनडीए गठबंधन ने अपने-अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है तो राष्ट्रीय जनता दल,कांग्रेस ने भी अपने-अपने विधायकों की उपस्थिति के लिए व्हिप जारी कर दिया(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav-RJD-BJP-Congress)है।
हालांकि फ्लोर टेस्ट(Floor Test)से पहले दोनों ओर से शह-मात का खेल जारी है। कई जेडीयू विधायकों के लापता होने की खबर है। तो वहीं, खबर आई कि देर रात बिहार पुलिस तेजस्वी यादव के घर पहुंची।
राजद समर्थक पटना में तेजस्वी यादव के आवास के बाहर एकत्र हुए और पुलिस के खिलाफ नारे लगाए, जिन्होंने उस आवास को घेर लिया जहां राजद(RJD)विधायक रह रहे हैं।
बिहार विधानसभा में आज होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले नवादा में जदयू विधायक संजीव सिंह को हिरासत में लिया गया है।
सोमवार को होने वाले महत्वपूर्ण फ्लोर टेस्ट से पहले, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड (जेडी (यू)) विश्वास मत के दौरान जीत हासिल करने में निश्चितता व्यक्त करते हुए आत्मविश्वास बढ़ा रही(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav)है।
यह दावा पार्टी के राजद के साथ गठबंधन से अलग होने और बाद में भाजपा के साथ नई सरकार बनाने के दो सप्ताह बाद आया है।
नीतीश कुमार ने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने पुष्टि की, ‘सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमें बहुमत मिलेगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।’
#Bihar Breaking-नीतीश कुमार की राज्यपाल से मुलाकात, मांझी का बयान ‘खेला होबे’
हालांकि बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड को चिंता का सामना करना पड़ा क्योंकि उसके तीन विधायक एक बार फिर रविवार शाम को पटना में आयोजित विधायकों की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए।
यह अनुपस्थिति शनिवार को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर पिछली लंच बैठक में छह विधायकों के शामिल नहीं होने के बाद हुई।
अनुपस्थित जेडीयू विधायकों में रूपौली विधायक और पूर्व मंत्री बीमा भारती, सुरसंड विधायक दिलीप रे (पूर्व में राष्ट्रीय जनता दल के साथ) और बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार शामिल थे।
बिहार में सियासी माहौल चरम पर है। जेडीयू और आरजेडी के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है।
बिहार में एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज है। एनडीए और महागठबंधन के बीच शह-मात का खेल जारी है। दोनों ही गठबंधनों की तरफ से अपने-अपने विधायकों को साधने का प्रयास जारी(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav)है।
बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में आज फ्लोर टेस्ट होना है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को अपनी सरकार को बचाने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
हालांकि उन्होंने राज्यपाल के सामने 128 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
लेकिन पिछले कुछ दिनों में इस बात की आशंका जतायी जा रही है कि जदयू और बीजेपी के कुछ विधायक विद्रोह कर सकते (Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav)हैं।
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगायी जा रही है।
क्या है बिहार विधानसभा का गणित?
बिहार विधानसभा में 243 सदस्य हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। विधानसभा में राजद सबसे बड़ी दल है। राजद के पास 79 विधायक हैं।
वहीं बीजेपी के 78 विधायक हैं। जदयू के 45, कांग्रेस के 19, भाकपा माले के 12, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4, सीपीआई के 2, सीपीआई (एम) के 2, एआईएमआईएम के 1 और एक निर्दलीय विधायक(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav)हैं।
विधानसभा अध्यक्ष पर सबकी नजर
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने रविवार को स्पष्ट कर दिया कि बिहार विधानसभा में स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ एक दिन बाद अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने के दौरान राजद सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का डटकर मुकाबला करेगा।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने विधायकों से अपील की है कि वे विश्वास मत के दौरान अपनी अंतरात्मा की आवाज के अनुरूप मतदान करें। राजद ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने से उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) में असंतोष पैदा हो गया है।
विधानसभा अध्यक्ष करेंगे ‘खेला’?
बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने बुधवार को नाराजगी जाहिर करते हुये यह स्पष्ट कर दिया कि वह 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे ।
प्रदेश की नवगठित राजग सरकार ने चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है ।
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता ने जोर देकर कहा था कि वह 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले त्यागपत्र नहीं(Bihar-Floor-Test-today-for-Nitish-Kumar-JDU-Tejashwi-Yadav)देंगे।
चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं। मैं 12 फरवरी को विधानसभा में रहूंगा और नियमों के मुताबिक सदन की कार्यवाही चलाऊंगा।”
“ना छेड़ो हमें, हम सताए हुए हैं…”
विधायकों के पलटी मारने को लेकर बिहार की राजनीति में लगातार कयास लगाए जा रहे हैं। दोनों ही तरफ से कहा जा रहा है कि दूसरे पक्ष के कई विधायक उनके संपर्क में हैं।
जदयू के नेताओं की तरफ से किए गए दावों के बाद राजद की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया जिसमें तेजस्वी यादव रात के समय अपने विधायकों के साथ बैठे हुए दिख रहे हैं।
इस दौरान तेजस्वी यादव अपने विधायकों के साथ “ना छेड़ो हमें, हम सताए हुए हैं।।। गाना गा रहे हैं। “
पार्टी विधायकों में टूट की आशंका के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया था। अब ये विधायक वापस पटना पहुंच गए हैं।