Delhi LG ANIL Baijal Change Kejriwal decision Delhi govt hospitals COVID-19 treatment
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का नहीं बल्कि देशभर के सभी मरीजों का इलाज होगा। दिल्ली सरकार के फैसले को सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi LG ANIL Baijal) ने पलट दिया है।
Delhi LG & Chairman DDMA Anil Baijal directs authorities to ensure that medical treatment is not denied to any patient on the grounds of not being a resident of Delhi. pic.twitter.com/HI3rN3fNJE
— ANI (@ANI) June 8, 2020
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Delhi CM Arvind Kejriwal) के उस फैसले को पलट दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना काल में दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का ही इलाज होगा।
अनिल बैजल ने कहा है कि राज्य की पहचान अब बाधा नहीं बनेगी। अब बाहर वाले भी दिल्ली सरकार के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे।
Delhi LG ANIL Baijal Change Kejriwal decision Delhi govt hospitals COVID-19 treatment
देश की राजधानी दिल्ली में देशभर से आएं किसी भी मरीज का इलाज हो सकेगा। यानि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने स्वंय को दिल्ली आपदा प्रबंंधक के चेयरमैन के तौर पर उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के फैसले को पलट दिया है कि दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का इलाज होगा,बाहर वालों का नहीं।
इतना ही नहीं, उपराज्यपाल ने केजरीवाल कैबिनेट के उस फैसले को भी पलट दिया है जिसमें कहा गया था कि बिना लक्षण वालों को कोविड-19 टेस्ट की जरूरत नहीं।
अब बिना लक्षण वाले भी दिल्ली के अस्पतालों में COVID-19 टेस्ट करा सकेंगे।
Delhi LG ANIL Baijal Change Kejriwal decision Delhi govt hospitals COVID-19 treatment
जबकि इससे पहले,
Kejriwal on COVID-19 Hospitals-कोरोनावायरस(Coronavirus)का प्रकोप दिल्ली में बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने एलान किया है कि अब दिल्ली सरकार के अस्पताल और दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का ही इलाज (Delhi govt and private hospitals now reserve for Delhiites only)होगा।
हालांकि केंद्र के अस्पताल पहले की ही तरह दिल्ली के बाहर से आने वालों के लिए खुले रहेंगे।दिल्ली सरकार के इस फैसले से दिल्ली में बाहर से इलाज करवाने आने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है,
लेकिन दिल्ली सरकार (Delhi govt) ने यह फैसला दिल्ली की जनता से मिली राय के आधार पर लिया है।
हम आज एक महत्त्वपूर्ण ऑर्डर पास कर रहे हैं – कोई भी अस्पताल suspect cases को मना नहीं कर सकता। Suspect मरीजों को पॉजिटिव मान कर अस्पताल तुरंत उनका इलाज शुरू करेंगे। pic.twitter.com/jAO875cnK3
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 6, 2020
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने अपनी कैबिनेट मीटिंग में इस बात पर फैसला लिया (Kejriwal on COVID-19 Hospitals)है कि फिलहाल कोरोना काल में दिल्ली सरकार के सभी अस्पताल और दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का ही इलाज होगा।
लेकिन केंद्र सरकार के अस्पताल मसलन-AIIMS, सफदरजंग और RML(राम मनोहर लोहिया) अस्पतालों में सभी का इलाज हो सकेगा जैसाकि अभी तक होता आया है।
इतना ही नहीं,कुछ प्राइवेटड अस्पताल खास तरह की स्पेशल सर्जरी करते है जोकि कहीं और उपलब्ध नहीं होती,दिल्ली के इन अस्पतालों भी देशभर से कोई भी आकर अपना इलाज करवा सकता है। उसकी कोई मनाही नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने क्यों लिया यह फैसला?Kejriwal on COVID-19 Hospitals
Delhi’s health infrastructure is needed to tackle Corona crisis at the moment https://t.co/GnTaCTDVkx
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 7, 2020
दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस फैसले की विपक्ष भले ही आलोचना कर रहा हो लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल (Kejriwal) ने इस फैसले के पीछे की वजह को अपनी डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती 60 से 70 प्रतिशत बाहर के लोग है।
इस वक्त दिल्ली में कोविड-19 (COVID-19) के केस तेजी से बढ़ रहे है। ऐसे में अगर पूरे देश के लिए दिल्ली के अस्पताल खोल दिए जाएंगे तो दिल्ली के लोग इलाज करवाने कहां जाएंगे?
केजरीवाल ने कहा कि हमने इसके लिए 5 डॉक्टर्स की कमिटी बनाई थी, जिन्होंने माना कि फिलहाल बाहर के मरीजों को रोकना ही होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के अनुसार, जून के अंत तक दिल्ली को 15 हजार COVID-19 बेड चाहिए होंगे, जबकि फिलहाल दिल्ली के पास 9 हजार बेड हैं
और अगर हमने अस्पताल सभी के लिए खोल दिए तो ये 9 हजार बेड 3 दिन में भर ही जाएंगे। ऐसे में दिल्ली के लोग इलाज के लिए कहां जाएंगे।
केजरीवाल ने आगे कहा कि हमें 7.5 लाख लोगों ने अपने सुझाव व राय भेजी, जिसमें से 90 फीसदी लोगों ने कहा कि फिलहाल कोरोनाकाल में दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्लीवालों का ही इलाज होना (Delhi govt and private hospitals now reserve for Delhiites only) चाहिए।
इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में कल से क्या खुलेगा क्या नहीं इसका भी ब्यौरा पेश किया।
उन्होंने बताया कि 8 जून से दिल्ली के सील बॉर्डर सभी के लिए खुल रहे है। इसके बाद नोएडा, गुड़गांव, गाजियाबाद और फरीदाबाद के लोग आराम से दिल्ली में आवाजाही कर सकेंगे।
साथ ही आठ जून से दिल्ली में सभी रेस्तरां,मॉल और धार्मिक स्थल भी खोले जाएंगे,हालांकि होटल और बैंक्वेट हॉल फिलहाल नहीं खुलेंगे चूंकि इनका इस्तेमाल कोरोना केस बढ़ने पर इलाज की जगह के रूप में किया जा सकता है।
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