दिल्ली दंगों में उमर खालिद की गिरफ्तारी पर प्रशांत भूषण- फंसाने की साजिश
इतना ही नहीं, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी उमर खालिद की गिरफ्तारी का विरोध किया है...
Delhi riots2020: JNU ex student Umar Khalid arrested-Prashant Bhushan reacts
नई दिल्ली: इस वर्ष फरवरी में हुए दिल्ली दंगों (Delhi Riots 2020) को भड़काने के कथित आरोप में दिल्ली पुलिस ने जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र उमर खालिद (Umar Khalid) को रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया (JNU ex student Umar Khalid arrested)है।
उमर खालिद की गिरफ्तारी पर जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि यह दिल्ली पुलिस की तरफ से जांच की आड़ में शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश(Prashant Bhushan its conspiracy) की गई है ।
इतना ही नहीं, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी उमर खालिद की गिरफ्तारी का विरोध किया है।
वहीं कई शिक्षाविदों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की ओर से जारी एक बयान में उमर खालिद की गिरफ्तारी की भर्त्सना की गई है।
गौरतलब है कि फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे हुए थे।
प्रशांत भूषण(Prashant Bhushan) ने सोमवार को उमर खालिद की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि, ‘सीताराम येचुरी, योगेंद्र यादव, जयति घोष और अपूर्वानंद का नाम लेने के बाद अब उमर खालिद की गिरफ्तारी से दिल्ली दंगे की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के दुर्भावनापूर्ण नजरिए को समझने में कोई संदेह नहीं बचा है।
यह पुलिस की ओर से जांच की आड़ में शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश है।
Umar Khalid's arrest by Delhi police after naming Yechury, Yogendra Yadav, Jayati Ghosh& Apoorvanand, leaves no doubt at all about the malafide nature of it's investigation into Delhi riots. It's a conspiracy by the police to frame peaceful activists in the guise of Investigation
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 14, 2020
योगेंद्र यादव ने भी कहा कि- कार्रवाई से हैरान हूं
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी उमर खालिद की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘हैरान हूं कि आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए का इस्तेमाल एक युवा और आदर्शवादी उमर खालिद को गिरफ्तार करने के लिए किया गया।
जिसने हमेशा किसी न किसी रूप में हिंसा और सांप्रदायिकता का विरोध किया है।
वो निस्संदेह उन नेताओं में से हैं, जो भारत के हकदार हैं। दिल्ली पुलिस भारत के भविष्य को लंबे समय तक हिरासत में नहीं रख सकती।’
Shocked that an anti-terror law UAPA has been used to arrest a young, thinking, idealist like @UmarKhalidJNU who has always opposed violence and communalism in any form.
He is undoubtedly among the leaders that India deserves.@DelhiPolice can't detain India's future for long.— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 14, 2020
देर रात गए उमर खालिद की हुई गिरफ्तारी
JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद की गिरफ्तारी (Umar Khalid Arrested) रविवार देर रात गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के अतंर्गत यानी UAPA Act (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत की गई है।
उमर खालिद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 11 घंटे लंबी पूछताछ की और फिर देर रात गए गिरफ्तार कर लिया। आज उन्हें कोर्ट में पेश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया।
उमर खालिद को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
इस वर्ष फरवरी में हुई दिल्ली हिंसा(Delhi Violence) में 53 लोगों की मौत हुई थी। रविवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के लोधी कॉलोनी वाले दफ्तर में उमर खालिद को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
खालिद दोपहर एक बजे पहुंचे थे लेकिन शाम होते-होते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद से 31 जुलाई को भी पूछताछ की थी और तब उनका फोन भी सीज कर लिया गया था।
अब दिल्ली दंगों (North East Delhi Riots 2020) को लेकर दिल्ली पुलिस आने वाले दिनों में उमर खालिद के खिलाफ चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है।
Delhi riots: JNU ex student Umar Khalid arrested-Prashant Bhushan reacts
जानें क्यों बनाया गया है उमर खालिद को दिल्ली दंगों में आरोपी?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उनके पास उमर खालिद के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
दर्ज एफआईआर में सब-इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने एक खबरी के हवाले से कहा है कि उमर खालिद ने किसी दानिश नाम के शख्स और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली दंगों की साजिश रची थी।
FIR के अनुसार, खालिद ने कथित तौर पर दो अलग-अलग जगहों पर भड़काऊ भाषण दिए।
यह FIR कहती है कि खालिद ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान नागरिकों से बाहर निकलकर सड़कें ब्लॉक करने को कहा ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रॉपेगैंडा फैलाया जा सके।
Delhi riots: JNU ex student Umar Khalid arrested-Prashant Bhushan reacts
जानें कौन हैं उमर खालिद?-Who is Umar Khalid
दिल्ली के रहने वाले उमर खालिद के पिता स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के सदस्य और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से बैचलर्स डिग्री लेने के बाद उमर खालिद ने जेएनयू का रुख किया।
यहां से मास्टर्स और एम.फिल करने के बाद उन्होंने पीएचडी भी पूरी कर ली है।
पढ़ाई के साथ-साथ खालिद की दिलचस्पी ऐक्टिविज्म में भी रही है। जेएनयू से पीएचडी करने वाले उमर खालिद ने 2016 में पहली बार सुर्खियां बटोरीं।
जेएनयू(JNU) में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ कथित तौर पर एक कार्यक्रम हुआ।
इसी के बाद खालिद समेत तब जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और 7 अन्य स्टूडेंट्स के खिलाफ राष्ट्र्रद्रोह का केस दर्ज किया गया था।
कई राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित सेलेब्स और आम आदमी भी सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे है कि दिल्ली दंगों में अगर उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है
तो भाजपा के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता कपिल मिश्रा का नाम तक चार्जशीट में क्यों नहीं डाला गया,जबकि दोनों के पुख्ता वीडियोज सोशल मीडिया पर मौजूद है,जहां पर दोनों ने दिल्ली दंगों को भड़काने वाले भाषण दिए थे।
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