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एक विस्फोट, एक नेता, और हमेशा के लिए बदल गया भारत!

आज भी काँप उठता है दिल जब याद आती है 21 मई 1991 की रात!, राजीव गांधी बलिदान दिवस 2025: एक श्रद्धांजलि और प्रेरणा का प्रतीक

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राजीव गांधी बलिदान दिवस 2025: एक श्रद्धांजलि और प्रेरणा का प्रतीक

हर वर्ष 21 मई को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि को “राजीव गांधी बलिदान दिवस” के रूप में मनाया जाता है।

यह दिन न केवल उनके बलिदान को याद करने का अवसर है, बल्कि उनके द्वारा देश के विकास में किए गए योगदान को भी सम्मानित करने का समय है।

आज, 21 मई 2025 को, हम उनकी 34वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।


🕊️ राजीव गांधी: एक संक्षिप्त परिचय

राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था। वे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाती और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र थे। राजीव गांधी ने प्रारंभ में राजनीति में रुचि नहीं ली और पायलट के रूप में कार्य किया। लेकिन 1980 में अपने भाई संजय गांधी की विमान दुर्घटना में मृत्यु के बाद, उन्होंने राजनीति में कदम रखा।


🏛️ प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल (1984-1989)

31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने, जब उन्होंने 40 वर्ष की आयु में यह पद संभाला। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने देश में तकनीकी और आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिससे भारत की आधुनिकता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़े।Kiddle


💻 राजीव गांधी के प्रमुख योगदान

  • डिजिटल इंडिया की नींव: राजीव गांधी ने भारत में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत की।

  • शिक्षा में सुधार: उन्होंने नई शिक्षा नीति की शुरुआत की, जिससे शिक्षा प्रणाली में व्यापक परिवर्तन हुए।

  • पंचायती राज में सुधार: उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाने के लिए 73वें और 74वें संविधान संशोधन की पहल की।

  • युवाओं को सशक्त बनाना: राजीव गांधी ने युवाओं को राजनीति और विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए।

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🕯️ 21 मई 1991: एक दुखद दिन

21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी सभा के दौरान, राजीव गांधी की एक आत्मघाती हमले में हत्या कर दी गई। हमलावर, जो लिट्टे (LTTE) संगठन से जुड़ी थी, ने उन्हें माला पहनाई और पैर छूने के बहाने उनके पास पहुंची, और फिर विस्फोट कर दिया। इस हमले में राजीव गांधी समेत 18 लोगों की मृत्यु हुई।


🕊️ बलिदान दिवस और राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस

राजीव गांधी की पुण्यतिथि को भारत में राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना और शांति, एकता और सुरक्षा के महत्व को समझाना है।


🌟 राजीव गांधी की विरासत

राजीव गांधी की दूरदर्शिता और आधुनिक सोच ने भारत को एक नई दिशा दी। उनकी नीतियों और कार्यक्रमों ने देश के तकनीकी, शैक्षिक और सामाजिक क्षेत्रों में गहरा प्रभाव डाला। उनकी विरासत आज भी युवाओं और नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


🙏 श्रद्धांजलि और सम्मान

आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने वीर भूमि पर पुष्पांजलि अर्पित की। @EconomicTimes


📢 सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि

सोशल मीडिया पर भी राजीव गांधी को याद किया गया। कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया:

“भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि। आधुनिक भारत के निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय है।”


📝 निष्कर्ष

राजीव गांधी का जीवन और बलिदान हमें यह सिखाता है कि एक नेता की दूरदर्शिता और समर्पण कैसे एक राष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। उनकी नीतियां और विचार आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक हैं। बलिदान दिवस पर, आइए हम उनके योगदान को याद करें और उनके सपनों के भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।

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