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सावन सोमवार व्रत में गलती नहीं है हितकारी, शिवजी की नाराजगी पड़ेगी बड़ी भारी

व्रत को रखना बड़ा आसान होता है पर व्रत को विधि विधान से पालना मुश्किल काम है, और अगर बात शिवजी के व्रत की हो तो...l क्योंकि

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नई दिल्ली: व्रत को रखना बड़ा आसान होता है पर व्रत को विधि विधान से पालना मुश्किल काम है, और अगर बात शिवजी के व्रत की हो तो…l

शिवजी देवों के देव है महादेव भोले है पर महादेव अगर रुष्ठ हो गए वह नाराज हो गए तो आप बड़ी मुश्किल में फंस सकते है l

जानियें आखिर सावन के सोमवार व्रत में भूलकर भी कौन सी गलती नहीं करनी चाहियें l 

आज से भगवान शंकर को समर्पित महीना सावन शुरू हो गया(Sawan-2024-starts-today) है। सावन में सोमवार व्रत (Sawan Somvar Vrat)और सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) का सर्वाधिक महत्व होता है।

Sawan 2024 Date: 22 जुलाई से शुरू है सावन, जानें सावन का पहला सोमवार व्रत कब है? पूजा का शुभ मुहूर्त-विधि क्या है?

इस वर्ष सावन 22 जुलाई 2024,(Sawan-2024) सोमवार  से शुरू हो रहा है और 19 अगस्त सोमवार को समाप्त होगा।

इस बार सावन के महीने में पांच सोमवार व्रत पड़ेंगे।

  1. प्रथम सोमवार व्रत 22 जुलाई 
  2. दुसरा सावन सोमवार व्रत 29 जुलाई सोमवार
  3. तीसरा सावन सोमवार व्रत 5 अगस्त
  4. चौथा सावन सोमवार व्रत 12 अगस्त
  5. पांचवा सावन सोमवार व्रत 19 अगस्त 

19 अगस्त को सावन का महिना खत्म हो जाएगा।

इन पाँचों सोमवार का विशेष महत्व है और इन सोमवार में व्रत रखने व विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा बनी रहती है।

हालांकि सावन सोमवार व्रत में कुछ ऐसी चीजें है,जिन्हें बिल्कुल भी नहीं खाना(sawan-somvar-vrat-eating-rules) चाहिए।

शुरू हो गया भोले बाबा शिवजी का मास, जानें सोमवार की व्रत कथा महाशिवरात्रि सहित सावन के श्रेष्ठ दिनों के बारें में

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हिंदू पंचागानुसार श्रावण/सावन(Shravan/Sawan)मास पांचवा महीना है। इस महीने में भोले बाबा शिव जी (Lord Shiv) की पूजा-आराधना की जाती है।

माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव-शंकर(Shiv)की पूजा और व्रत रखने से ताउम्र आपके ऊपर भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है और आपकी सभी मनवांछित इच्छाएं पूर्ण होती है।

इन्हीं दिनों कांवड़ियां भी बाबा बर्फानी के दर्शन करके लौटते है और जगह-जगह सावन की धूम रहती है। हिंदू धर्म में सावन का विशेष महत्व है चूंकि भगवान शिव को समर्पित यह महीना अत्यंत पवित्र माना गया है।

सावन की शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadh Purnima) से हो जाती है।सावन के सोमवार का विशेष महत्व होता है।

सावन का सोमवार व्रत (Sawan Somvar Vrat 2024)अगर कुंवारी कन्याएं रखती है तो मनवांछित वर की प्राप्ति होती है और यदि शादीशुदा स्त्री-पुरुष रखते है तो उनका दांपत्य जीवन सुखमय बना रहता है।

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यही नहीं,अगर आपने संतान प्राप्ति के लिए भी यह व्रत रखा है तो आपकी इच्छा जल्द ही पूर्ण होती है।

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सावन का सोमवार व्रत रखने से मनुष्य को जीवन में सुख,संपत्ति,समृद्धि,सम्मान और प्यार प्राप्त होता है।

अब सवाल उठता है कि इस वर्ष सावन कब से शुरू(Sawan-2024-kab-se shuru-hai)है? और सावन का पहला सोमवार व्रत कब (sawan-ka-pehla-somvar-vrat-kab-hai)है?

आखिर सावन सोमवार व्रत की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त क्या है(Sawan-somvar-vrat- 2024-puja-shubh-muhurat)?सावन के सोमवार व्रत के नियम क्या है?

आपके इन्हीं सब सवालों के जवाब आज हम इस लेख में दे रहे है।

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सावन सोमवार व्रत-पूजा विधि-Sawan-somvar-vrat-2024-puja-vidhi

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर साफ वस्त्र धारण करें।
  • अब अपने दाहिने हाथ में जल लेकर सावन सोमवार व्रत और पूजा का संकल्प लें।
  • सभी देवी-देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
  • ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
  • भगवान को अक्षत, सफेद फूल, सफेद चंदन, भांग, धतूरा, गाय का दूध, धूप पंचामृत, सुपारी और बेलपत्र आदि चढ़ाएं।
  • सभी सामग्री चढ़ाते हुए ओम नमः शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए चंदन का तिलक लगाएं।
  • इसके बाद उनके 108 नाम या ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें और भगवान शिव का ध्यान करें।
  • सावन सोमवार व्रत के दिन सोमवार व्रत कथा को अवश्य पढ़ें। और अंत में उनकी आरती करें।
  • प्रसाद के रूप में भगवान शिव को घी शक्कर का भोग लगाएं। उस प्रसाद को सब में बांटे और स्वयं खाएं।

सावन सोमवार व्रत में गलती से भी न खाएं ये चीजें |  Sawan Somvar Vrat eating rules

 

जो लोग सावन सोमवार का व्रत (Sawan Somvar Vrat) रखते हैं, वे अन्न का सेवन नहीं करते।

सोमवार व्रत नियम (Somvar Vrat Niyam) के अनुसार, व्रत के दौरान, आटा, बेसन, मैदा, सत्तू अन्न और अनाज का सेवन नहीं किया जाता है।

इसके अलावा मांस, मदीरा, लहसुन, प्याज इत्यादि का भी सेवन नहीं किया जाता है। वहीं धनिया पाउडर, मिर्च, सादा नमक का सेवन नहीं किया जाता है।

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सावन सोमवार व्रत में क्या खाएं | Sawan Somvar Vrat eating food

 

-सावन सोमवार व्रत-नियम के मुताबिक इस व्रत के दौरान सात्विक भोजन का ही सेवन करना उत्तम होता है।

-आमतौर पर सादे नमक की जगह सेंधा नमक का सेवन करना बेहतर होता है।

-सावन सोमवार व्रत के दौरान मौसम के अनुकूल फल का सेवन करना चाहिए।

-अगर व्रत में फालाहार करना चाहते हैं तो इसके लिए सेब, केला, अनार इत्यादि को शामिल कर सकते हैं।

-इसके अलावा साबूदाना, दूध, दही, छाछ और पनीर का सेवन किया जा सकता है। 

सावन का पहला सोमवार व्रत 2024 कब से शुरू है? Sawan-ka-pehla-somvar-vrat-kab-hai

सावन के महीने में सोमवार व्रत(Sawan Somvar Vrat 2024) का विशेष महत्व होता है चूंकि हिंदू धर्म में सोमवार का दिन विशेष रूप से भगवान शंकर को समर्पित होता है और सावन का पूरा महीना ही भोले बाबा को समर्पित होता है।

इसमें शिवजी की विशेष पूजा-आराधना और व्रत रखने का विधान है। सावन का सोमवार व्रत(Sawan Somvar Vrat 2024)स्त्री-पुरुष दोनों ही रखते है।

ऐसी मान्यता है कि जो सावन मास के प्रत्येक सोमवार को व्रत धारण करते हैं उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है और उनके जीवन में सुख, समृद्धि आती है।

 

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हिंदू पंचागानुसार, सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई 2024 को है।

19 अगस्त 2024 को सावन माह की समाप्ति हो जाएगी। 

फिर इसके बाद ही भाद्रपद माह की शुरुआत हो जाएगी।

 

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सावन 2024 सावन कब से शुरू है

चलिए अब बताते है कि सावन सोमवार व्रत पूजा शुभ मुहूर्त-Sawan-somvar-vrat- 2024-puja-shubh-muhurat

सबसे पहले आप जान लें कि सावन सोमवार की तिथियां कौन-कौन सी है?

  1. प्रथम सोमवार व्रत 22 जुलाई 
  2. दुसरा सावन सोमवार व्रत 29 जुलाई सोमवार
  3. तीसरा सावन सोमवार व्रत 5 अगस्त
  4. चौथा सावन सोमवार व्रत 12 अगस्त
  5. पांचवा सावन सोमवार व्रत 19 अगस्त 

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सावन माह पूजा शुभ मुहूर्त

सावन  शिवरात्रि तिथि- 2 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार 
चतुर्दशी तिथि आरंभ- 2 अगस्त 2024 शुक्रवार दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से l 
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 3 अगस्त 2024 शनिवार दोपहर  03 बजकर 50 मिनट तक l  

शुभ मुहूर्त 3 अगस्त 2024 सुबह 12 बजकर 06 मिनट से सुबह12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। (2 अगस्त की रात)

सावन शिवरात्रि 2024 व्रत पारण का समय-चतुर्दशी तिथि 02 अगस्त 2024 को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से शुरू होगी जो कि 03 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। सावन शिवरात्रि व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाएगा। सावन शिवरात्रि व्रत पारण का शुभ समय 04 अगस्त को 09:29 ए एम से 11:09 ए एम तक रहेगा।

सावन शिवरात्रि 2024 पूजा का उत्तम मुहूर्त- सावन शिवरात्रि के दिन निशिता काल में पूजन करना सबसे उत्तम माना गया है। इस दिन निशिता काल 03 अगस्त को सुबह 12 बजकर 06 मिनट से सुबह 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। जलाभिषेक की शुभ अवधि 42 मिनट की है।

  1. “चारों पहर की पूजा का समय-\n\nरात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – 07:10 पी एम से 09:48 पी एम”
  2. “रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – 09:48 पी एम से 12:27 ए एम, अगस्त 03”
  3. “रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 12:27 ए एम से 03:05 ए एम, अगस्त 03”
  4. “रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 03:05 ए एम से 05:43 ए एम, अगस्त 03”

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Sonal

सोनल कोठारी एक उभरती हुई जुझारू लेखिका है l विभिन्न विषयों पर अपनी कलम की लेखनी से पाठकों को सटीक जानकारी देना उनका उद्देश्य है l समयधारा के साथ सोनल कोठारी ने अपना लेखन सफ़र शुरू किया है l विभिन्न मीडिया हाउस के साथ सोनल कोठारी का वर्क एक्सपीरियंस 5 साल से ज्यादा का है l

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