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Shaheed Diwas 2025:आज महात्मा गांधी की 78वीं पुण्यतिथि पर देश मना रहा शहीद दिवस,जानें इतिहास

इसे भारत का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जिस स्वतंत्रता सेनानी और संत महात्मा गांधी की अहिंसा से अंग्रेजों का क्रूर शासन डर जाता था और उनके सामने राइफल उठाने से भी डरता था, उनपर एक भारतीय नाथूराम गोड़से ने 30 जनवरी 1948 को अपनी बंदूक से गोलियां दागी और गांधी जी की हत्या कर(Mahatma Gandhi Death Anniversary) दी।

नई दिल्ली:Shaheed Diwas 2025-Mahatma Gandhi’s 78th Death anniversary-आज,गुरुवार 30 जनवरी 2025 को देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 78वीं पुण्यतिथि मना रहा(Mahatma Gandhi’s 78th Death anniversary)है। 

बापू की पुण्यतिथि को प्रतिवर्ष देश में शहीद दिवस(Shaheed Diwas)के रूप में मनाते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते है।

महात्मा गांधी(Mahatma Gandhi)जी ने देश को ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजादी दिलाने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उन्होंने जाति,धर्म,संप्रदाय,ऊंच-नीच की सभी दीवारों को तोड़ते हुए संपूर्ण देशवासियों को एकत्रित किया और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ असहयोग आंदोलन छेड़ दिया।

खास बात यह रही कि जहां देश में एक ओर क्रांतिकारी हिंसा के रास्ते अंग्रेजों की नाक में दम किए हुए थे तो वहीं महात्मा गांधी जी ने अहिंसा के रास्ते आंदोलन करके ब्रिटिश शासकों को घुटने टेकने को मजबूर कर दिया।

अंग्रेजों के खिलाफ सविनय अवज्ञा, असहयोग आंदोलन,जेल भरो आंदोलन, नमक तोड़ो आंदोलन और अंग्रेजों भारत छोड़ो सहित अनेकों आंदोलन करके बापू ने देश में स्वतंत्रता की जो अलख जन-जन के अंदर जगाई।

उससे ब्रिटिश हुकूमरान की नींदे हराम हो गई और अंतत: अंग्रेजों को भारत छोड़ जाना ही पड़ा।

इसे भारत का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जिस स्वतंत्रता सेनानी और संत महात्मा गांधी की अहिंसा से अंग्रेजों का क्रूर शासन डर जाता था और उनके सामने राइफल उठाने से भी डरता था,

उनपर एक भारतीय नाथूराम गोड़से ने 30 जनवरी 1948 को अपनी बंदूक से गोलियां दागी और गांधी जी की हत्या कर(Mahatma Gandhi Death Anniversary) दी।

हत्यारे नाथूराम विनायक गोडसे(Nathuram Vinayak Godse)ने अपनी नफरत की आग में उस युगपुरुष को हमेशा हमेशा के लिए खामोश कर दिया।

Shaheed Diwas 2025-Mahatma Gandhi's 78th Death anniversary as martyrs-day-know history
महात्मा गांधी पुण्यतिथि 2025

इस वर्ष देश ने अपना 76वां गणतंत्र दिवस 2025(India’s 76th Republic Day मनाया है और जब भारत 15 अगस्त 2025 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस(India’s 78th Independence Day)मनायेगा।

तब यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि हमें स्वतंत्रता दिलाने और अहिंसा के रास्ते पर चलने की सीख देने में महात्मा गांधी का सर्वाधिक योगदान है।

गांधी जी सादगी,सौम्यता और अहिंसक आंदोलनों के कारण ही आज हम आजाद देश की फिज़ाओं में सांस ले रहे है और यही कारण है कि हर साल देश बापू की पुण्यतिथि 30 जनवरी को शहीद दिवस (Martyr’s Day) के रूप में मनाता(Shaheed Diwas 2025-Mahatma Gandhi’s 78th Death anniversary)है।

आज 30 जनवरी  2025 को भारत अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 78वीं पुण्यतिथि मना(Bapu Punyatithi )उनके स्वंतत्रता संग्राम(Independence Day)के योगदान को नम आंखों से याद कर रहा है।

 

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भारत के इतिहास में 30 जनवरी 1948 के हुई थी गांधी जी की हत्या 

15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिलने के कुछ महीने बाद ही 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा दिल्ली के बिड़ला हाउस में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई।

इसी के चलते 30 जनवरी प्रतिवर्ष महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और साथ ही इसे महात्मा गांधी के शहीद होने पर शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869(Gandhi Jayanti)को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।

 

Shaheed Diwas 2025-Mahatma Gandhi’s 78th Death anniversary

जानें शहीद दिवस का महत्व-Shahid Diwas Importance 

शहीद दिवस के दिन भारत के लिए अपने प्राणों को न्योछाबर करने वाले वीर सपूतों को याद किया जाता है। शहीद दिवस पर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं अन्य उच्च अधिकारी/ नेता राजघाट पर जाकर गांधी जी के समाधि स्थल राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें याद करते है।

फिर इसके बाद पूरे देश में 2 मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी सहित अन्य वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

 

 

 

देश में दो बार मनाया जाता है शहीद दिवस-30 जनवरी एवं 23 मार्च,जानें अंतर

चूंकि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की हत्या हुई थी, इसके चलते इस दिन को उनकी पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा 23 मार्च को देश के वीर क्रांतिकारियों- भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत द्वारा फांसी दी गई थी।

इन तीनों की क्रांतिकारियों को यह सजा लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को गोली मरने को लेकर दी गई थी।

इसके चलते 23 मार्च 1931 को भी देश में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में हमारे देश में प्रतिवर्ष दो बार शहीद दिवस मनाया जाता है।

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Shaheed Diwas 2025-Mahatma Gandhi’s 78th Death anniversary

(इनपुट एजेंसी से भी)

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