खतरनाक स्तर पर दिल्ली का Air Pollution, आतिशबाजी ने किया आग में घी का काम
दिल्ली वायु प्रदुषण : आतिशबाजी ने दिल्ली की हवा को किया और खराब, दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण बढ़ गया है, आसमान में काफी धुंध छाई हुई है, विजबिलिटी बेहद कम
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नई दिल्ली (समयधारा) : दिल्ली इस समय गैस चैम्बर बन चुका है l वायु प्रदुषण से दिल्ली की हवा एक दम ख़राब स्तर पर है l
सांस लेना दिल्ली में अब बीमारियों को अपने शरीर में आमंत्रण देने जैसा है l
पहले से ही Air Pollution से ग्रस्त दिल्ली के लिए यह दिवाली और भी बुरा कर गयी l आतिशबाजी से दिल्ली की हवा और ख़राब हो गयीl
दिवाली के एक दिन बाद देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है।
दिल्ली वालों ने दिवाली के दिन लोगों ने जमकर पटाखे चलाए। ऐसे में पहले से खराब दिल्ली की हवा और खराब हो गई और गंभीर स्थित में पहुंच गई।
दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण बढ़ गया है। आसमान में काफी धुंध छाई हुई है। विजबिलिटी बेहद कम हो गई है।
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दिल्ली के आनंद विहार, IGI एयरपोर्ट के आसपास के इलाक़ों, ITO और लोधी रोड के इलाक़े में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ख़राब स्तर पर पहुंच गया।
DPCC के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में AQI का स्तर इस प्रकार है l
- आनंद विहार में 481 AQI
- IGI एयरपोर्ट पर 444
- ITO पर 457
- लोधी रोड 414
- बवाना में 383
- चांदनी चौक 452
- दिलशाद गार्डन 467
- द्वारका सेक्टर 8 इलाके में 468
- मंदिर मार्ग पर 473
- मुंडका 465
- नजफगढ़ में 447
- जहांगीरपुरी 500
दिल्ली की हवा में ख़तरनाक स्तर तक PM 2.5 पहुंचने में 32 फीसदी योगदान पराली जलाने से पैदा हुए धुंए का था।
दिवाली के कारण जलाए गए पटाखों ने स्थिति और ख़राब कर दी।
इससे पहले, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता मॉनिटर System of Air Quality and Weather Forecasting And Research (SAFAR) ने कहा था कि
अगर दिवाली पर आतिशबाजी नहीं की जाती है तो दिल्ली में PM 2.5 पिछले चार सालों में सबसे कम होने की संभावना है।
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दिल्ली से सटे इला़कों में पराली जलाने के कारण पैदा हुए धुंए की वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गिरता जा रहा था।
ऐसे में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए दिवाली से ठीक पहले प्रदेश सरकार
और नेशनल ग्रीन यहां पटाखों की बिक्री और पटाखे जलाने पर रोक लगा दी थी।