
नई दिल्ली:Earthquake in assam-delhi-ncr-5.0 magnitude-आज एक बार फिर भूकंप(Earthquake) के झटकों से असम से लेकर दिल्ली-एनसीआर की धरती कांप(Earthquake in assam-delhi-ncr)उठी।
गुरुवार 27 फरवरी 2025 की आधी रात 2:25 पर भूकंप के तेज झटकों ने लोगों की नींद आधी रात में खोल दी और दहशत भर दी।
भूकंप का केंद्र असम(Assam)का मोरीगांव रहा और इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.0 मापी(Earthquake in assam-delhi-ncr-5.0 magnitude)गई।
आधी रात में जब लोग नींद के आगोश में थे तो अचानक से भूकंप के झटकों ने उन्हें उठा दिया।
भूकंप से डरे और घबराएं लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आएं और कई लोगों ने सोशल मीडिया(Social Media पर अपना अनुभव साझा किया।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक,इस भूकंप का केंद्र भले ही असम का मोरीगांव था लेकिन भूकंप के झटके असम के अतिरिक्त दिल्ली-एनसीआर(earthquake in Delhi/NCR),बिहार,मेघालय और पश्चिम बंगाल तक में भी महसूस किए गए।
आपको बता दें कि अभी 17 फरवरी को ही दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और इस भूकंप का केंद्र दिल्ली ही थी।
#Earthquake 21 km SW of #Dhing (#India) 10 min ago (local time 02:25:41). Updated map – Colored dots represent local shaking & damage level reported by eyewitnesses. Share your experience:
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भूंकप का असर असम में सबसे ज्यादा असर
गुरुवार आधी रात आएं भूकंप का असम के कई जिलों में असर दिखा। गुवाहाटी, नगांव और तेजपुर में लोगों ने झटके महसूस(Earthquake in assam-delhi-ncr-5.0 magnitude)किए।
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने लिखा कि “झटके इतने तेज थे कि नींद खुल गई और पंखे, खिड़कियां हिलने लगे।”
#Earthquake at 2.25 AM, when we were fast asleep! pic.twitter.com/WNEpLa1G2g
— Pomi Baruah (@PomiBaruah) February 26, 2025
कुछ इलाकों में लोग घरों से बाहर आ गए। हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
भूकंप के झटके दिल्ली-NCR में भी महसूस हुए
गुरुवार देर रात आएं भूकंप को दिल्ली और आसपास के इलाकों में महसूस किया गया। नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में कुछ लोगों ने कंपन महसूस करने की बात कही।
हालांकि, झटके बहुत हल्के थे, इसलिए ज्यादातर लोग सोते रहे और बाहर निकलने जैसी कोई स्थिति नहीं बनी।
भूकंप का केंद्र और गहराई
NCS के डेटा के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मोरीगांव में था और यह सतह से 16 किलोमीटर की गहराई में था। पूर्वोत्तर भारत भूकंप के लिहाज से संवेदनशील जोन 5 में आता है, जहां हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते (Earthquake in assam-delhi-ncr-5.0 magnitude)हैं।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
जानें क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है।
फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।
लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
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कैसे मापा जाता है भूकंप की तिव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है।
भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।
कितनी तबाही लाता है भूकंप?
रिक्टर स्केल | असर |
0 से 1.9 | सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। |
2 से 2.9 | हल्का कंपन |
3 से 3.9 | कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर |
4 से 4.9 | खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं। |
5 से 5.9 | फर्नीचर हिल सकता है। |
6 से 6.9 | इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है। |
7 से 7.9 | इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं। |
8 से 8.9 | इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। सुनामी का खतरा। |
9 और उससे ज्यादा | पूरी तबाही, कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। |
Earthquake:देर रात तेज भूंकप से दहला दिल्ली-एनसीआर,6.3 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र रहा नेपाल
(इनपुट एजेंसी से भी)
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