Railway : ट्रेनों के Sleeper-General कोच को AC में बदलने की तैयारी में
रेलवे नॉन AC स्लीपर (non-AC Sleeper) क्लास को थ्री टायर AC कोच में बदलने जा रही है...
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नई दिल्ली (समयधारा) : एक तरफ देश में कोरोना का कहर जारी है, वही भारतीय रेल ने अपनी नियमित ट्रेन सेवा शुरू नहीं की है l
पर कोरोना काल में भी भारतीय रेलवे (Indian Railway) यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आए दिन नए नया कदम उठा रहा है।
रेलवे रेलगाड़ियों के डिब्बों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन बदलावों के बाद यात्रियों को रेल की यात्रा और भी ज्यादा सुखद और आरामदायक हो जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए बदलावों के बाद सभी यात्रियों के लिए AC कोच में सफर करना संभव हो जाएगा।
रेलवे नॉन AC स्लीपर (non-AC Sleeper) क्लास को थ्री टायर AC कोच में बदलने जा रही है।
वहीं, अनारक्षित श्रेणी के जनरल डिब्बों (General class coaches) को भी AC कोच में बदला जाएगा।
इसकी मदद से रेलवे ऑल AC ट्रेनें ला सकेगा और इसका पब्लिक की जेब पर बहुत ज्यादा असर भी नहीं होगा।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अपग्रेड किए हुए स्लीपर कोच को इकोनॉमिकल AC 3-tier Class कहा जाएगा।
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कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री (Rail Coach Factory in Kapurthala) में यह काम किया जा रहा है। फिलहाल इसका प्रोटोटाइप तैयार हो रहा है।
पहले चरण में ऐसे 230 कोच बनाए जा रहे हैं। हर कोच की लागत करीब 3 करोड़ रुपये आएगी।
मीडिया में आई में ख़बरों के मुताबिक, इन नए इकोनॉमिकल AC 3-tier में 72 बर्थों की जगह 83 बर्थ होंगी।
शुरुआत में इन कोच को AC 3-tier Tourist Class भी कहा जाएगा।
बताया जा रहा है कि इन ट्रेनों का किराया भी सस्ता होगा ताकि यात्री इसमें सफर कर सके।
पहले फेज में इस तरह के 230 कोच का उत्पादन किया जाएगा। हर कोच को बनाने में 2.8 से 3 करोड़ रुपए तक का खर्च आएगा,
जो कि AC 3-tier को बनाने के खर्च से 10 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, ज्यादा बर्थ और मांग के चलते रेलवे को
Economical AC 3-tier Class से अच्छी कमाई की उम्मीद है। railways-works-on-upgrading sleeper-general-class-to ac-coaches
इसके अलावा अनारक्षित जनरल क्लास (unreserved General Class coaches) के डिब्बों को भी 100 सीट के AC डिब्बों में बदला जाएगा।
इनके लिए डिजाइन को अंतिम प्रारूप दिया जा रहा है।
बता दें कि UPA के शासन काल (UPA-I government) में जब लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) रेल मंत्री थे,
तब भी ऐसे कोच लाने की कोशिश हुई थी। जब गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) लॉन्च की गई थी,
जो AC इकोनॉमी क्लास (AC Economy Class) है। हालांकि, यात्रियों ने इसमें सफर के दौरान काफी परेशानी की शिकायत की थी।
साथ ही ट्रेन में भीड़भाड़ की स्थिति भी पैदा होने लगी। जिसे देखते हुए बाद में इस तरह के कोच का उत्पादन बंद कर दिया गया।
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