चाय और शायरी : लहजा जरा ठंडा रखें जनाब, गरम तो हमें सिर्फ चाय पसंद है..

चाय दूसरी ऐसी चीज है जनाब, जिससे आखें खुलती है, पर धोखा अभी भी पहले नंबर पर है ...!

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लहजा जरा ठंडा रखें जनाब 

गरम तो हमें सिर्फ चाय पसंद है 

चाय दूसरी ऐसी चीज है जनाब 

जिससे आखें खुलती है l 

पर धोखा अभी भी पहले नंबर पर है …! 

मिलें कभी चाय पर 

फिर किस्से बुनेंगे l 

तुम खामोशी से कहना 

हम चुपके से सुनेगे l 

तुम्हारी आदत भी चाय जैसी है 

कम्भख्त आज तक छूटती ही नहीं

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Sonal: सोनल कोठारी एक उभरती हुई जुझारू लेखिका है l विभिन्न विषयों पर अपनी कलम की लेखनी से पाठकों को सटीक जानकारी देना उनका उद्देश्य है l समयधारा के साथ सोनल कोठारी ने अपना लेखन सफ़र शुरू किया है l विभिन्न मीडिया हाउस के साथ सोनल कोठारी का वर्क एक्सपीरियंस 5 साल से ज्यादा का है l